Bihar Vidhansabha Chunav 2025: वैशाली की आठ सीटों पर मतदान जारी, 134 उम्मीदवार समेत तेजस्वी -तेजप्रताप की किस्मत दांव पर, 25 लाख से ज़्यादा वोटर कर रहे हैं दिग्गजों के भाग्य का फैसला

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रथम चरण में आज वैशाली जिले की आठ विधानसभा सीटों पर मतदान की बिसात बिछ चुकी है।

तेजस्वी -तेजप्रताप की किस्मत दांव पर,वोटर कर रहे हैं दिग्गजों के भाग्य का फैसला- फोटो : reporter

 Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रथम चरण में आज वैशाली जिले की आठ विधानसभा सीटों पर मतदान की बिसात बिछ चुकी है। सुबह 7 बजे से वोटिंग का दौर शुरू हो चुका है, जो शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। कुल 134 उम्मीदवारों का भविष्य आज 25 लाख 37 हजार 104 मतदाता तय करने जा रहे हैं। बूथों पर सुबह से ही वोटरों की आवाजाही बढ़ी दिखाई दे रही है, और सुरक्षा बलों तथा चुनावकर्मियों की तैनाती मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण बनाने में जुटी है।

सबसे दिलचस्प मुकाबला इस बार महागठबंधन के भीतर ही देखने को मिल रहा है। राजापाकड़ में कांग्रेस की प्रतिमा कुमारी दास और सीपीआई के मोहित पासवान आमने-सामने हैं। वहीं वैशाली सीट पर राजद के अजय कुशवाहा का मुकाबला कांग्रेस के इंजीनियर संजीव कुमार सिंह से हो रहा है। एक ही गठबंधन में दो-दो दावेदार—यह समीकरण वोट बैंक को कितना प्रभावित करेगा, यह नतीजों में साफ़ दिखाई देगा।

राजद की ओर से भी कई बड़े नाम मैदान में हैं राघोपुर से विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, लालगंज से शिवानी शुक्ला, महनार से इंजीनियर रविंद्र सिंह, महुआ से मुकेश रौशन, हाजीपुर से देव कुमार चौरसिया और पातेपुर से प्रेमा चौधरी। इन सभी सीटों पर मुकाबला हाई-वोल्टेज बताया जा रहा है।

उधर, एनडीए भी पूरी ताक़त के साथ मैदान में उतरा है। भाजपा ने हाजीपुर से अवधेश कुमार सिंह, लालगंज से संजय सिंह, राघोपुर से सतीश कुमार यादव और पातेपुर से लखेंद्र कुमार पासवान को टिकट दिया है। जदयू की ओर से वैशाली में सिद्धार्थ पटेल, राजापाकड़ में महेंद्र राम और महनार से उमेश सिंह कुशवाहा मुकाबले में हैं।

महुआ सीट पर त्रिकोणीय नहीं, लगभग चतुष्कोणीय मुक़ाबला बन चुका है। यहां जनशक्ति जनता दल से तेज प्रताप यादव मैदान में हैं, जबकि राजद का मुकाबला लोजपा (रामविलास) के संजय कुमार सिंह से भी है। इस सीट पर वोटरों की पसंद राजनीति के समीकरण बदल सकती है।

कुल मिलाकर वैशाली की आठ सीटें आज बिहार की सियासी तस्वीर को बड़ा मोड़ देने की क्षमता रखती हैं। जनता का फ़ैसला ही बताएगा कि किसकी हवा चली और किसकी उम्मीदें धरी रह गईं।

रिपोर्ट- ऋषभ कुमार