साउथ सुपरस्टार जिसने 50 सालों में 400 से ज्यादा फिल्मों में किया काम, अब निभाया भीमराव अंबेडकर का रोल, जानें कौन है वो
डॉक्टर बाबा साहेब अम्बेडकर पर आधारित 2000 में बनी फिल्म में मामूटी ने लीड रोल निभाया। फिल्म ने तीन नेशनल अवॉर्ड्स जीते, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर खास कमाई नहीं कर पाई। जानें इस ऐतिहासिक फिल्म की खास बातें।
Dr babasaheb ambedkar movie: गणतंत्र दिवस का दिन भारतीय संविधान के निर्माण और उसे लागू करने वाले बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को याद करने का अवसर है। इस मौके पर 2000 में रिलीज हुई फिल्म 'डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर' का जिक्र करना जरूरी हो जाता है। यह फिल्म संविधान निर्माता बाबा साहेब के जीवन पर आधारित है और भारतीय सिनेमा में एक ऐतिहासिक योगदान मानी जाती है। फिल्म का निर्देशन जब्बर पटेल ने किया था और मुख्य भूमिका में साउथ सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मामूटी नजर आए।
फिल्म की खास बातें
1. फिल्म की कहानी और उद्देश्य:
यह फिल्म बाबा साहेब के जीवन, उनके संघर्ष, और भारतीय संविधान निर्माण में उनके योगदान को दिखाती है।
फिल्म में उनके दलित अधिकारों के लिए संघर्ष और सामाजिक सुधारों के प्रयासों को प्रमुखता से दर्शाया गया है।
यह फिल्म एक प्रेरणा स्रोत के रूप में उभरती है, जो भारतीय इतिहास और समाज के बदलाव की कहानी कहती है।
2. कलाकारों का प्रदर्शन:
मामूटी: बाबा साहेब के किरदार में मामूटी ने अपनी अदाकारी से जान डाल दी। इस भूमिका के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला।
सोनाली कुलकर्णी और मृणाल कुलकर्णी: सहायक भूमिकाओं में उनके प्रदर्शन की सराहना की गई।
फिल्म में सुशांत सिंह, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, और मोहन गोखले जैसे शानदार कलाकार भी नजर आए।
3. पुरस्कार और सराहना:
फिल्म ने तीन नेशनल अवॉर्ड्स जीते:
बेस्ट एक्टर (मामूटी)
बेस्ट फिल्म इन इंग्लिश
बेस्ट आर्ट डायरेक्शन
फिल्म को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया और कई जगहों पर इसकी स्क्रीनिंग की गई।
बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन
बजट और रिलीज:
फिल्म का बजट करीब ₹8 करोड़ था।
इसे हिंदी और इंग्लिश में रिलीज किया गया था।
कमाई और लोकप्रियता:
फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई बड़ी कमाई नहीं कर सकी।
हालांकि, इसकी कहानी और सामाजिक संदेश ने इसे एक ऐतिहासिक फिल्म बना दिया।
प्रोडक्शन और समर्थन:
फिल्म का निर्माण महाराष्ट्र सरकार और सोशल जस्टिस एंड एम्पावरमेंट मंत्रालय ने मिलकर किया। यह फिल्म एक सरकारी प्रयास का हिस्सा थी, जो बाबा साहेब के विचारों को व्यापक स्तर पर फैलाने के लिए बनाई गई थी।
मामूटी और उनकी भूमिका की चर्चा
मामूटी ने डॉक्टर बाबा साहेब अम्बेडकर की भूमिका में खुद को पूरी तरह से ढाल लिया था। उनकी डायलॉग डिलीवरी और बॉडी लैंग्वेज ने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया।यह भूमिका मामूटी के करियर की सबसे चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं में से एक मानी जाती है।मामूटी ने बाबा साहेब के व्यक्तित्व, उनकी भावनाओं और विचारधारा को पर्दे पर जीवंत कर दिया।
फिल्म का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
1. बाबा साहेब का योगदान:
यह फिल्म बाबा साहेब के संघर्ष और उनके द्वारा समाज में लाई गई क्रांति को दिखाती है। यह दर्शाती है कि कैसे उन्होंने संविधान के जरिए हर व्यक्ति को समान अधिकार दिलाने का सपना साकार किया।
2. समाज में जागरूकता:
फिल्म ने संविधान, दलित अधिकारों, और सामाजिक समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद की।
इसके जरिए युवाओं को बाबा साहेब के जीवन से प्रेरणा लेने का अवसर मिला।
डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर फिल्म
'डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर' फिल्म न केवल बाबा साहेब के जीवन और संघर्षों को जीवंत करती है, बल्कि भारतीय समाज के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी है। मामूटी के शानदार प्रदर्शन और जब्बर पटेल के निर्देशन ने इसे भारतीय सिनेमा की ऐतिहासिक फिल्मों में शामिल कर दिया। गणतंत्र दिवस जैसे मौके पर यह फिल्म हमें बाबा साहेब के महान योगदान की याद दिलाती है और उनके सपनों के भारत की दिशा में प्रेरित करती है।