Bihar Tourism: बिहार के गांव-देहात के छिपे पर्यटन स्थलों को मिलेगी नई पहचान, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर निभाएंगे अहम भूमिका

बिहार अपने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन राज्य के कई गांव और देहात में ऐसे हजारों पर्यटन स्थल हैं, जिनकी पहचान अब तक उजागर नहीं हो पाई है। बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने इन स्थानों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए एक नई योजना बनाई है। इस योजना के तहत बिहार के प्रत्येक प्रखंड स्तर पर पर्यटकीय स्थलों को लेखन, तस्वीरें और वीडियो के माध्यम से प्रमोट किया जाएगा। इस अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर से 'मेरा प्रखंड मेरा गौरव' प्रतियोगिता के माध्यम से की जाएगी। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य राज्य के प्रत्येक प्रखंड के विशेष पर्यटक स्थलों को पहचान दिलाना है। इसमें स्थानीय लोग भी हिस्सा लेकर अपने-अपने क्षेत्र के छिपे हुए पर्यटकीय स्थलों के बारे में जानकारी साझा करेंगे। प्रतियोगिता के जरिए पर्यटन स्थलों को न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रचारित किया जाएगा, जिससे स्थानीय पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी।


सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का अहम योगदान

बिहार पर्यटन विभाग ने सोशल मीडिया की शक्ति को ध्यान में रखते हुए 'बिहार पर्यटन एक इन्फ्लुएंसर की नजर से' नामक प्रतियोगिता की भी शुरुआत की है। इस अनूठी पहल के तहत, राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों का परिभ्रमण करने के लिए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों को जोड़ा जाएगा। ये इन्फ्लुएंसर अपने अनुभवों को वीडियो, लेख और फोटो के माध्यम से सोशल मीडिया पर साझा करेंगे, जिससे बिहार के अनछुए पर्यटन स्थलों को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी। इन वीडियोज और तस्वीरों के जरिए देश-विदेश के पर्यटक बिहार के खूबसूरत और सांस्कृतिक धरोहरों से परिचित होंगे, जिससे पर्यटन को नई ऊंचाई मिलेगी।


बिहार पर्यटन की ब्रांडिंग की पहल

बिहार पर्यटन विभाग राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और पर्यटन स्थलों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसके तहत त्रैमासिक पत्रिका 'यायावर' का प्रकाशन किया जा रहा है, जिसमें राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों, सांस्कृतिक गतिविधियों और धरोहरों पर विशेष लेख और तस्वीरें प्रकाशित की जा रही हैं। इसके साथ ही, देश के प्रमुख महानगरों और टूरिज्म इवेंट्स में भी बिहार के पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग की जा रही है। इन कार्यक्रमों में राज्य के प्रमुख टूर ऑपरेटर्स और होटल व्यवसायियों को भी शामिल किया जा रहा है, ताकि पर्यटन क्षेत्र में नेटवर्किंग और सहयोग को बढ़ावा मिल सके।


लेखन प्रतियोगिता से जागरूकता

पर्यटन विभाग ने हाल ही में कंटेंट राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया था, जिसमें बिहार के पर्यटक स्थलों, संस्कृति, धरोहर, व्यंजन और मेले-महोत्सव पर आधारित लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इस प्रतियोगिता में लगभग 10,000 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिससे राज्य के पर्यटन स्थलों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा मिला।


समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पहचान दिलाने की दिशा में बड़ा कदम

बिहार पर्यटन विभाग द्वारा शुरू की गई इन पहलों का उद्देश्य राज्य के अनछुए और कम ज्ञात पर्यटक स्थलों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाना है। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों की मदद से ये स्थल अब जल्द ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेंगे। इसके साथ ही, 'मेरा प्रखंड मेरा गौरव' जैसी प्रतियोगिताओं से राज्य के ग्रामीण पर्यटन को नई दिशा मिलने की उम्मीद है, जिससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षण मिलेगा