Jharkhand assembly election 2024: सुप्रिया श्रीनेत का PM मोदी के परिवाद वाले बयान पर पलटवार,कहा-'BJP ने 68 सीटों में 33 पर परिवार वालों को दिया टिकट'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'परिवारवाद' पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा पर तीखा हमला किया, दावा किया कि भाजपा खुद वंशवाद में लिप्त है। जानें झारखंड चुनाव में कांग्रेस के दावे और भाजपा का समर्थन।

 Jharkhand assembly election 2024: सुप्रिया श्रीनेत का PM मोदी के परिवाद वाले बयान पर पलटवार,कहा-'BJP ने 68 सीटों में 33 पर परिवार वालों को दिया टिकट'
PM मोदी के बयान पर सुप्रिया श्रीनेत का तीखा हमला!- फोटो : social media

 Jharkhand assembly election 2024:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड विधानसभा चुनाव की एक रैली में विपक्षी पार्टियों पर 'परिवारवाद' (वंशवाद की राजनीति) को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उनकी इस टिप्पणी पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने तीखी प्रतिक्रिया दी, और भाजपा पर खुद वंशवाद में लिप्त होने का दावा किया। इस लेख में हम इस विवाद को विस्तार से समझेंगे।


प्रधानमंत्री मोदी की 'परिवारवाद' टिप्पणी: विवाद की शुरुआत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गढ़वा में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि विपक्षी पार्टियां जैसे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 'परिवारवाद' की राजनीति करती हैं। मोदी के अनुसार, ये पार्टियाँ केवल एक परिवार के लाभ के लिए काम करती हैं और जनता के हितों को नजरअंदाज करती हैं। उनके इस बयान ने चुनावी माहौल को गरम कर दिया और कांग्रेस ने तुरंत इस पर प्रतिक्रिया दी।


सुप्रिया श्रीनेत का भाजपा पर तीखा हमला

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा पर पलटवार करते हुए दावा किया कि भाजपा भी वंशवाद की राजनीति में गहरी लिप्त है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने झारखंड में जिन 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, उनमें से 33 सीटों पर टिकट राजनीतिक परिवारों के सदस्यों को दिए गए हैं। श्रीनेत ने उदाहरण के तौर पर कई प्रत्याशियों का नाम लिया, जिनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की बहू और चंपई सोरेन के बेटे का जिक्र किया। उनके अनुसार, भाजपा को 'परिवारवाद' पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।


भाजपा की चुनावी रणनीति और सहयोगी दलों की भूमिका

झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से भाजपा 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि बाकी सीटों पर उसने अपने सहयोगी दलों को मौका दिया है। इस चुनाव में भाजपा की कोशिश राज्य में अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखने की है, जबकि कांग्रेस-झामुमो गठबंधन भाजपा के खिलाफ मजबूत मोर्चा बना रहा है। प्रधानमंत्री मोदी का परिवारवाद पर जोर देना इसी रणनीति का हिस्सा है, जिसके माध्यम से वे मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में लामबंद करना चाहते हैं।


झारखंड में कांग्रेस गठबंधन सरकार की उपलब्धियां

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस गठबंधन सरकार ने समाज के विभिन्न वर्गों के विकास के लिए कई योजनाएँ चलाई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का रिपोर्ट कार्ड उपलब्धियों से भरा है, जिसमें महिलाओं के लिए मैय्यन सम्मान योजना के तहत 1,000 रुपये की राशि और 200 यूनिट मुफ्त बिजली योजना जैसी कई लाभकारी योजनाएँ शामिल हैं। श्रीनेत ने यह भी दावा किया कि सरकार की फिर से वापसी के बाद यह राशि बढ़ाकर 2,500 रुपये कर दी जाएगी।


केंद्र सरकार पर झारखंड के फंड रोकने का आरोप

कांग्रेस प्रवक्ता ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि केंद्र ने झारखंड का 1.36 लाख करोड़ रुपये बकाया रखा है। श्रीनेत ने कहा कि यदि यह राशि राज्य को जारी कर दी जाती, तो झारखंड के विकास में तेजी आ सकती थी। यह आरोप राज्य सरकार के विकास कार्यों में बाधा डालने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराता है।


झारखंड के भविष्य के लिए कांग्रेस का रोडमैप

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मंगलवार को झारखंड में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और झारखंड के विकास के लिए कांग्रेस के रोडमैप को प्रस्तुत करेंगे। यह कदम कांग्रेस की ओर से झारखंड की जनता को यह विश्वास दिलाने का प्रयास है कि वे राज्य में विकास की गति को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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