Jharkhand assembly election 2024: लालू की पार्टी RJD ने 6 लोगों की पहली लिस्ट की जारी, जानें किसकों कहां से मिला टिकट
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर INDIA गंठबधन की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने सीट पर सहमति बनने के महज 1 दिन के बाद उम्मीदवारों की पहली लिस्ट 22 अक्तूबर को देर शाम जारी कर दी है।
Jharkhand assembly election 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर INDIA गंठबधन की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने सीट पर सहमति बनने के महज 1 दिन के बाद उम्मीदवारों की पहली लिस्ट 22 अक्तूबर को देर शाम जारी कर दी है। आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव और झारखंड प्रभारी जयप्रकाश नारायण यादव ने मंगलवार शाम को इन उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया। आरजेडी झारखंड में छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी, और पार्टी की इस सूची से यह स्पष्ट हो गया है कि पार्टी की रणनीति इन सीटों पर केंद्रित होगी।
आरजेडी के उम्मीदवारों की सूची:
चतरा: रश्मि प्रकाश (मंत्री सत्यानंद भोक्ता की बहू)
कोडरमा: सुभाष यादव
देवघर: सुरेश पासवान
गोड्डा: संजय प्रसाद यादव
विश्रामपुर: नरेश प्रसाद सिंह
हुसैनाबाद: संजय कुमार सिंह
यह सूची जारी होने के साथ ही आरजेडी ने झारखंड में अपनी चुनावी रणनीति को स्पष्ट कर दिया है। पार्टी की यह कोशिश होगी कि इन सीटों पर मजबूत मुकाबला कर अपनी स्थिति को मजबूत किया जाए।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ तेजस्वी यादव की मुलाकात
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रांची में 4 दिनों तक कैंप किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कई दौर की महत्वपूर्ण बैठकों में हिस्सा लिया। चुनावी गठबंधन और रणनीति को लेकर तेजस्वी यादव की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भी बातचीत हुई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि विपक्षी दलों के बीच समन्वय बनाने का प्रयास जारी है।
कोडरमा से आरजेडी प्रत्याशी जेल से करेंगे नामांकन
कोडरमा से आरजेडी प्रत्याशी सुभाष यादव, जिन्हें हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था, जेल से ही नामांकन दाखिल करेंगे और चुनाव लड़ेंगे। सुभाष यादव का पिछला राजनीतिक अनुभव उन्हें चुनावी मैदान में एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है। 2019 में वे कोडरमा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन मतदाता सूची में नाम नहीं होने के कारण वह चुनाव नहीं लड़ पाए थे। अब 2024 में जेल में रहते हुए भी वे चुनाव में अपनी उम्मीदवारी पेश करेंगे, जो राजनीतिक रूप से दिलचस्प और चर्चा का विषय बन चुका है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आरजेडी की रणनीति और गठबंधन की स्थिति चुनावी परिणामों को किस तरह प्रभावित करती है, विशेषकर तब जब प्रमुख विपक्षी दल मिलकर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बांधने की कोशिश कर रहे हैं।