Jharkhand assembly election 2024: ऑपरेशन हेमंत ने बीजेपी के कई प्रमुख नेताओं को अपने पाले में खींचा, जानें कौन है वो?

बीजेपी नेताओं को जेएमएम में शामिल कराने के इस पूरे अभियान को 'ऑपरेशन हेमंत' नाम दिया गया है.

 Jharkhand assembly election 2024: ऑपरेशन हेमंत ने बीजेपी के कई प्रमुख नेताओं को अपने पाले में खींचा, जानें कौन है वो?
झारखंड में 'ऑपरेशन हेमंत'- फोटो : SOCIAL MEDIA

Jharkhand assembly election 2024: झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने रातों-रात 'ऑपरेशन हेमंत' चलाकर बीजेपी के कई प्रमुख नेताओं को अपने पाले में खींच लिया है. जिसमें सबसे बड़ा नाम लुईस मरांडी का है. लुईस मरांडी. जिन्होंने 2014 में दुमका सीट से हेमंत सोरेन को हराया था. अब जेएमएम में शामिल हो गई हैं. बीजेपी लुईस मरांडी को हेमंत सोरेन के खिलाफ बरेहट सीट से चुनाव लड़ाने की योजना बना रही थी. लेकिन जेएमएम ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर बीजेपी की योजना को झटका दिया.


कौन-कौन से बीजेपी नेता जेएमएम में शामिल हुए?

लुईस मरांडी के अलावा. सरायकेला से बीजेपी के पूर्व उम्मीदवार गणेश महली. बहरगोड़ा से कुणाल षाडंगी. बास्को बेहरा. बारी मुर्मू और लक्ष्मण टुडू भी जेएमएम में शामिल हो गए हैं. इसके साथ ही. सारठ के पूर्व विधायक चुन्ना सिंह के भी जेएमएम में शामिल होने की खबर है. जो टिकट न मिलने के कारण नाराज थे.


'ऑपरेशन हेमंत' की रणनीति

सूत्रों के अनुसार. बीजेपी नेताओं को जेएमएम में शामिल कराने के इस पूरे अभियान को 'ऑपरेशन हेमंत' नाम दिया गया है. जेएमएम इस चुनाव में 'हेमंत दुबारा' के नारे के साथ मैदान में उतरी है और मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने की कोशिश में है. कोल्हान क्षेत्र में चंपई सोरेन के खिलाफ गणेश महली और बास्को बेहरा को मैदान में उतारा गया है. जबकि बारी मुर्मू और कुणाल षाडंगी भी कोल्हान से ही हैं. बारी मुर्मू जमशेदपुर जिला परिषद की अध्यक्ष हैं. इसी तरह. संथाल में महिला नेतृत्व के अभाव को लुईस मरांडी के जरिए पूरा करने की योजना बनाई गई है. जो जेएमएम के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है.


हेमंत सोरेन और कल्पना मुर्मू के संभावित चुनावी क्षेत्र

हालांकि हेमंत सोरेन ने अभी तक उम्मीदवारों के नाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की है. लेकिन जेएमएम सूत्रों के अनुसार. बरेहट से खुद हेमंत सोरेन और गांडेय से उनकी पत्नी कल्पना मुर्मू चुनाव लड़ सकते हैं. जेएमएम ने अब तक 41 उम्मीदवारों को सिंबल दे दिया है और उनमें से कुछ ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है.


लुईस मरांडी का राजनीतिक सफर

लुईस मरांडी 24 साल से राजनीति में सक्रिय हैं. लेकिन 2014 में उन्होंने तब सुर्खियाँ बटोरीं. जब उन्होंने हेमंत सोरेन को उनकी पारंपरिक सीट दुमका से हरा दिया. पहली बार बीजेपी को दुमका में जीत दिलाने वाली लुईस मरांडी रघुवर दास की सरकार में मंत्री भी रहीं. हालांकि इस बार बीजेपी उन्हें बरेहट से उतारना चाहती थी. लेकिन हेमंत सोरेन ने पहले ही उन्हें जेएमएम में शामिल कर अपनी चाल चल दी.

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