Land Mutation Rule : बिना वजह दाखिल खारिज में अड़ंगा लगाना अंचलाधिकारी को पड़ेगा महंगा, 50 शब्दों ने देनी होगी स्पष्ट जानकारी, राज्य सरकार ने जारी किया निर्देश

Land Mutation Rule : झारखंड सरकार ने दाखिल-खारिज से संबंधित मामलों पर निर्देश जारी करते हुए कहा हेै कि दाखिल-खारिज से संबंधित आवेदनों की स्वीकृति या आपत्ति के कारणों को सीओ को स्पष्ट रुप से बताना होगा।...पढ़िए आगे

Land Mutation Rule : बिना वजह दाखिल खारिज में अड़ंगा लगाना अंचलाधिकारी को पड़ेगा महंगा, 50 शब्दों ने देनी होगी स्पष्ट जानकारी, राज्य सरकार ने जारी किया निर्देश

N4N : जमीन की रजिस्ट्री कराने के बाद लोगों को दाखिल खारिज के लिए काफी भाग दौड़ करनी पड़ती है। कई बार उन्हें बेवजह कार्यालय में दौड़ाने की शिकायतें भी मिलती हैं। यहीं नहीं कई बाद कर्मियों द्वारा जमीन मालिकों से दाखिल खारिज के बदले पैसे की मांग की जाती है। नहीं देने पर दाखिल खारिज में तरह तरह का अड़ंगे लगाये जाते हैं। लेकिन अब दाखिल ख़ारिज में आना कानी करना कर्मियों और अधिकारियों के लिए मुश्किल होगा। 

सरकार ने जारी किया निर्देश

इस मामले को लेकर झारखंड सरकार ने दाखिल-खारिज से संबंधित मामलों पर नया निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि दाखिल-खारिज से संबंधित आवेदनों की स्वीकृति या आपत्ति के कारणों को सीओ को स्पष्ट रुप से बताना होगा।

जांच के दायरे में आएंगे अंचलाधिकारी

नए आदेश में कहा गया है कि अगर तकनीकी कारणों से किसी भी आवेदन को अस्वीकृत किया जाता है तो अंचलाधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश के भू-राजस्व मंत्री दीपक बिरुआ ने निर्देश देते हुए कहा कि रैयतों के आवेदन को बेवजह रिजेक्ट करने पर अंचलाधिकारी जांच के दायरे में आएंगे और उन्हें स्पष्टीकरण भेजना होगा।

स्पष्ट कारण बताना होगा

मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में भू- राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में समीक्षा बैठक के दौरान दीपक बिरुआ ने कहा कि अंचलों में दाखिल खारिज से संबंधित मामलों पर आवेदनों की स्थिति को सीओ को पचास शब्दों में ठोस बातें लिखकर स्पष्ट कारण बताना होगा।

ईमानदारी से काम करें अधिकारी

उन्होंने आगे कहा कि कई बार तकनीकी कारणों से झारभूमि की साइट नहीं खुलने की बातें लिखकर अंचल अधिकारी जिस तरह से आवेदनों को रिजेक्ट कर देते हैं, अब ये नहीं चलेगा। भू-राजस्व मंत्री ने सभी अंचल अधिकारियों को ईमानदारी से काम करने के निर्देश भी दिए।

कमजोर प्रदर्शन वाले अंचलों की होगी समीक्षा

इस अवसर पर विभाग के निदेशक भोर सिंह यादव ने दाखिल खारिज करने के अनुचित कारणों, जिलों में लगान के निर्धारण और कई अन्य मामलों के विषय में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी समय पर काम कैसे कराया जाए,इस पर ध्यान दें और जरुरत पड़ने पर आपस में समन्वय स्थापित करें। उन्होंने कमजोर प्रदर्शन करने वाले अंचलों की समीक्षा कर सुधारात्मक रणनीति बनाने की बात कही। इस बैठक में विशेष सचिव शशि प्रकाश झा समेत जिले भर से आए एलआरडीसी, एडिश्नल कलेक्टर समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। 

अभिषेक - सुमन की रिपोर्ट

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