इतने दिन में अगर नहीं बदले बेडशीट तो स्किन इन्फेक्शन का खतरा बढ़ेगा,जानिए कितने दिन में साफ करें चादर
नियमित रूप से बेडशीट की सफाई करने से आप बैक्टीरिया और संक्रमण से बच सकते हैं और स्वस्थ नींद का आनंद ले सकते हैं। स्वच्छ बिस्तर न केवल आपकी शारीरिक सेहत बल्कि मानसिक शांति के लिए भी आवश्यक है।
Bedsheet cleaning tips : बेडशीट हमारे घर का एक ऐसा हिस्सा है जिसे रोजाना इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन उसकी सफाई को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। बेडशीट केवल सजावट का हिस्सा नहीं होती, बल्कि यह आपकी सेहत और त्वचा की देखभाल में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अगर बेडशीट को समय-समय पर साफ नहीं किया जाए, तो यह कई प्रकार की स्किन इंफेक्शन और एलर्जी का कारण बन सकती है।
नियमित रूप से बेडशीट साफ करना आपकी त्वचा को सुरक्षित रखता है और बेहतर नींद में भी मदद करता है। साफ और फ्रेश बिस्तर न केवल आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ रखेगा, बल्कि आपको मानसिक शांति भी देगा।
कितने दिन में बदलनी चाहिए बेडशीट?
विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, बेडशीट को हर 7 दिन में बदल देना चाहिए। अगर आप किसी ऐसे वातावरण में काम करते हैं जहां धूल, गंदगी, या पसीना अधिक होता है, तो इसे हर 3-4 दिन में बदलना चाहिए। गर्मियों में पसीने और नमी के कारण बेडशीट पर बैक्टीरिया और फंगस तेजी से पनप सकते हैं, जबकि सर्दियों में धूल और त्वचा की मृत कोशिकाएं जमने की संभावना रहती है।
गंदी बेडशीट के नुकसान
स्किन इंफेक्शन: गंदी बेडशीट में बैक्टीरिया और फंगस जमा हो जाते हैं, जिससे त्वचा पर खुजली, रैशेज, और इंफेक्शन हो सकते हैं।
सांस संबंधी समस्याएं: धूल और गंदगी से भरी बेडशीट एलर्जी और अस्थमा जैसी बीमारियों को बढ़ा सकती है।
पिंपल्स और एक्ने: गंदी बेडशीट की गंदगी और तेल त्वचा के पोर्स को बंद कर देते हैं, जिससे पिंपल्स और एक्ने की समस्या हो सकती है।
नींद में खलल: साफ और सुगंधित बेडशीट आरामदायक नींद के लिए आवश्यक होती है। गंदी और बदबूदार बेडशीट नींद में खलल डाल सकती है।
बेडशीट को सही तरीके से साफ करने के टिप्स
हल्के डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें: बेडशीट को धोने के लिए हल्के और सुरक्षित डिटर्जेंट का उपयोग करें ताकि उसकी गुणवत्ता बरकरार रहे।
गर्म पानी से धोएं: गर्म पानी से धोने से बैक्टीरिया और जर्म्स पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं।
धूप में सुखाएं: धूप में बेडशीट को सुखाने से उसमें मौजूद बैक्टीरिया और बदबू दूर होती है। धूप एक प्राकृतिक सैनिटाइजर की तरह काम करती है।
मौसम के अनुसार बेडशीट चुनें: गर्मियों में सूती और हल्के कपड़े की बेडशीट, जबकि सर्दियों में मोटे और गर्म कपड़े की बेडशीट का इस्तेमाल करें।
पिलो कवर और ब्लैंकेट की सफाई भी जरूरी: पिलो कवर और ब्लैंकेट को महीने में कम से कम एक बार जरूर धोएं ताकि पूरे बिस्तर की सफाई सुनिश्चित हो सके।