Madhya Pradesh Crime: दूसरे लड़के की बाइक पर बैठी बहन तो भाई को नहीं हुआ बर्दाशत, बीच सड़क पर ही 14 साल की लड़की को उतारा मौत के घाट
जबलपुर के कटंगी इलाके में 16 वर्षीय भाई ने अपनी 14 वर्षीय बहन पर त्रिशूल से हमला कर दिया, जब उसने दूसरे लड़के की मोटरसाइकिल पर बैठने की कोशिश की। गंभीर चोटों के कारण बहन ने मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया।
Madhya Pradesh Crime: जबलपुर के कटंगी इलाके में एक 16 वर्षीय भाई द्वारा अपनी 14 वर्षीय बहन पर त्रिशूल से हमला करने की दुखद घटना सामने आई है। पुलिस के अनुसार, लड़के को अपनी बहन का किसी लड़के के साथ बातचीत करना नापसंद था, और इस विवाद ने इतना गंभीर रूप ले लिया कि उसने अपनी बहन पर जानलेवा हमला कर दिया। बहन ने जबलपुर मेडिकल कॉलेज में गंभीर चोटों के कारण दम तोड़ दिया।
घटना का विवरण: कैसे एक छोटी सी बात ने लिया हिंसक रूप
घटना उस वक्त की है जब 14 वर्षीय लड़की अपने 17 वर्षीय दोस्त से बातचीत कर रही थी, जो उसके पड़ोस में रहता था। उपमंडलीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) लोकेश डाबर के अनुसार, लड़की का भाई पास में खड़ा था और उन्हें देख रहा था। जब लड़की अपने दोस्त की मोटरसाइकिल पर बैठने लगी, तो भाई नाराज़ हो गया और उसने अपनी बहन को बाइक से धक्का दे दिया।
इसके बाद, आरोपी भाई ने एक लोहे का त्रिशूल उठाया और अपनी बहन के पेट पर बार-बार वार किया। लड़की दर्द से चिल्लाती रही, लेकिन लड़के ने हमला जारी रखा। पुलिस के अनुसार, घटना के बाद लड़का मौके से भागकर जंगली इलाके में छिप गया।
परिवार का बयान: दोस्ती पर आपत्ति ने ली हिंसा की दिशा
लड़के के परिवार ने पुलिस को बताया कि वह पहले भी अपनी बहन के किसी पुरुष मित्र के साथ बातचीत करने पर आपत्ति जता चुका था, लेकिन उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि वह इस हद तक जा सकता है। पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और जांच जारी है।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच का रुख
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद जांच शुरू कर दी और लड़के की तलाश में जंगल की तरफ खोजबीन कर रही है। पुलिस ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि इस प्रकार की घटनाएं समाज में एक नई चुनौती बन रही हैं, जहां नाबालिगों के आपसी संबंध और हिंसा का मुद्दा सामने आ रहा है। पुलिस ने घटना में उपयोग किए गए त्रिशूल को बरामद कर लिया है और जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी की उम्मीद जताई है।
समाज में बढ़ती हिंसा और आपसी रिश्तों का असुरक्षित रूप
इस दुखद घटना ने समाज में बढ़ती हिंसा और रिश्तों में असुरक्षा की ओर संकेत किया है। विशेषज्ञों के अनुसार, नाबालिगों के बीच संबंधों में संदेह और संवादहीनता का यह एक भयानक परिणाम है। मानसिक स्वास्थ्य और परिवारों के बीच बेहतर संवाद की कमी ऐसी घटनाओं के लिए एक बड़ा कारक हो सकता है।