Indian Railway Created History: भारतीय रेल ने रचा इतिहास,एक महीने में किया ऐसा की पूरी दुनिया है दंग, बना दिया महारिकार्ड,जान लिजिए
छठ पूजा के समापन के बाद, भारतीय रेल ने 8 नवंबर, 2024 से लौटने वाले यात्रियों के लिए भी विशेष ट्रेनों की योजना बनाई है।
Indian Railways new: भारतीय रेल ने 4 नवंबर, 2024 को 3 करोड़ से अधिक यात्रियों को सफर कराकर एक नया इतिहास रच दिया है। यह भारत के परिवहन क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो न केवल भारतीय रेल की क्षमता बल्कि उसके कुशल प्रबंधन और त्योहारी सीजन में बढ़ती मांग को पूरा करने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। इस ऐतिहासिक दिन पर रेल ने 120.72 लाख गैर-उपनगरीय यात्रियों को सेवाएं दी, जिसमें 19.43 लाख आरक्षित और 101.29 लाख अनारक्षित यात्री शामिल थे। इसके साथ ही 180 लाख उपनगरीय यात्रियों को भी सेवाएं प्रदान की गईं, जो एक दिन में सबसे ज्यादा यात्री संख्या का रिकॉर्ड है।
त्योहारी सीजन में विशेष ट्रेन सेवाएं
त्योहारी सीजन के दौरान बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए भारतीय रेल ने 1 अक्टूबर से 5 नवंबर, 2024 के बीच 4,521 विशेष ट्रेनें चलाकर लगभग 65 लाख यात्रियों को यात्रा का अवसर प्रदान किया। दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा जैसे प्रमुख त्योहारों के समय यह अतिरिक्त सेवाएं यात्रियों के लिए यात्रा को अधिक सुगम और सुलभ बनाने में सहायक रही हैं। यह उपलब्धि रेल मंत्रालय की त्योहारी सीजन में यात्रा मांग को पूरा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
विशेष ट्रेनों की संख्या में वृद्धि
भारतीय रेल ने त्योहारी सीजन में यात्रियों की सुविधा के लिए 1 अक्टूबर से 30 नवंबर, 2024 के दौरान 7,724 विशेष ट्रेनों की घोषणा की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 73% अधिक है। वर्ष 2023 में जहाँ 4,429 विशेष ट्रेनें चलाई गई थीं, वहीं इस बार की संख्या में यह बड़ा इजाफा दर्शाता है कि भारतीय रेल ने पीक टाइम में यात्रियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। इस दौरान छठ पूजा के विशेष ट्रेनों ने यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
लौटने वाले यात्रियों के लिए तैयारी
छठ पूजा के खत्म हो जाने के बाद भारतीय रेल ने 8 नवंबर, 2024 से लौटने वाले यात्रियों के लिए भी विशेष ट्रेनों की योजना बनाई है। समस्तीपुर और दानापुर जैसे डिवीजनों में स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त ट्रेन सेवाएं भी शुरू की गई हैं। यह पहल यह सुनिश्चित करती है कि छठ पूजा के बाद की भीड़भाड़ के दौरान भी यात्री आसानी से यात्रा कर सकें।
यात्रियों की अभूतपूर्व संख्या
1 अक्टूबर से 5 नवंबर की अवधि के दौरान, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड के लिए निर्धारित ट्रेनों में लगभग 6.85 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की। यह संख्या ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त जनसंख्या से दोगुनी है, जो भारतीय रेल की विशाल सेवा नेटवर्क और उसकी क्षमता को दर्शाती है। इन क्षेत्रों में विशेष रूप से त्योहारी सीजन के दौरान यात्रा की मांग अत्यधिक बढ़ जाती है, और रेलवे ने यात्रियों की इस जरूरत को पूरा करने के लिए बेहतरीन सेवाएं प्रदान की हैं।
भारतीय रेल की इस उपलब्धि का महत्त्व
यह उपलब्धि भारतीय रेल की प्रबंधन क्षमता और यात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा करने की उसकी दृढ़ता को दर्शाती है। रेल मंत्रालय के लिए यह न केवल एक रिकॉर्ड है बल्कि उसके प्रयासों का प्रतीक है जो सभी यात्रियों को सुगम, सुरक्षित और सुलभ यात्रा का अनुभव प्रदान करते हैं। भारतीय रेल का यह कदम भविष्य में यात्रियों के बढ़ते संख्या के लिए सुविधाएं बढ़ाने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी स्पष्ट करता है।