विवादित बयान पर बीजेपी की सख्ती के बाद कंगना ने तोड़ी चुप्पी, पार्टी की नीतियों को लेकर कही यह बात

विवादित बयान पर बीजेपी की सख्ती के बाद कंगना ने तोड़ी चुप्पी, पार्टी की नीतियों को लेकर कही यह बात

PATNA : बॉलीवुड की हसीन अदाकारा और मंडी से बीजेपी की सांसद  कंगना रणावत अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों मे रहती हैं। हाल ही में कंगना ने साल  2020 में हुए किसान आंदोलन को लेकर एक विवादित बयान दिया था । जिसको लेकर पूरा विपक्ष उन पर हमलावर हो गया था।  जिसके बाद भाजपा ने उनके बयान से किनारा कर लिया था और पार्टी के तरफ से कंगना को नसीहत भी दी गई थी कि आगे से इस प्रकार को बयान न दें । 

जिसके बाद आज उन्होंने आज पार्टी के तरफ से नसीहत मिलने के बाद आज अपनी  चुप्पी तोड़ी है। बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने एक साक्षत्कार में कहा कि मैं पार्टी से सहमत हूं। मैं पार्टी की प्रवक्ता नहीं हूं। ये उनकी पॉलिसी है। मैं पार्टी पर विश्वास करती हूं। मैं इस पार्टी की सिपाही हूं और मेरे लिए पार्टी से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। उन्होंने आगे कहा अब वह पार्टी के सोच के अनुसार चलेंगी और भविष्य में अपने शब्दों के चयन को लेकर अधिक सावधान रहेंगी।

हाल में बीजेपी ने कंगना रनौत ने किसानों को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसके बाद पार्टी ने उनके इस बयान से किनारा कर लिया था। भाजपा ने कंगना रनौत के बयान पर असहमति जताते हुए एक प्रेस रिलीज जारी की थी। भाजपा के केंद्रीय मीडिया विभाग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा  गया था कि भाजपा सांसद कंगना राणावत द्वारा किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान, पार्टी का मत नहीं है। भारतीय जनता पार्टी  कंगना राणावत के बयान से असहमति व्यक्त करती है। पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना राणावत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं।

भारतीय जनता पार्टी की ओर से सुश्री कंगना राणावत को निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें। भारतीय जनता पार्टी 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है।

पार्टी की नीतियों पर चलेगी कंगना

जिसके बाद आज उन्होंने आज पार्टी के उनके बयान से दूरी बनाने पर चुप्पी तोड़ी है। बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू में कहा कि मैं पार्टी से सहमत हूं। मैं पार्टी की प्रवक्ता नहीं हूं। ये उनकी पॉलिसी है। मैं पार्टी पर विश्वास करती हूं। मैं इस पार्टी की सिपाही हूं और मेरे लिए पार्टी से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। उन्होंने आगे कहा अब वह पार्टी के सोच के अनुसार चलेंगी और भविष्य में अपने शब्दों के चयन को लेकर अधिक सावधान रहेंगी।

कंगना ने क्या कहा था जिससे इतना बवाल मचा हुआ है।

बता दें कि एक साक्षत्कार के दौरान कंगना ने कहा था कि 2020 के किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि बांग्लादेश में जो हुआ, वह यहां होते हुए भी देर नहीं लगती, अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व सशक्त नहीं होते। यहां जब किसान प्रदर्शन हुए, वहां लाशें लटकी थीं, वहां रेप हुए। पूरा देश चौंक गया। वो किसान आज भी वहां हैं, लौटे नहीं। उन्होंने वापस जाने का कभी सोचा ही नहीं। वे लंबी प्लानिंग से आए जैसी बांग्लादेश में हुई।

बता दें कि किसान आंनदोलन का जिक्र करते हुए कंगना ने एक ऐसा विवादित बयान दे दी थी जिससे विपक्ष भाजपा पर हमलावर हो गई थी  । हालांकि बाद में भाजपा के तरफ से कंगना को फटकार लगायी गई थी। जिसके बाद कंगना ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।

REPORT - RITIK KUMAR

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