पानी में डूबने से अविनाश कुमार की मौत के बाद शिक्षक नेता आनंद पुष्कर ने शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र, परिजनों को की 25 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग
PATNA : पानी में डूबने से बीपीएससी शिक्षक की मौत के बाद सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी आनंद पुष्कर ने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा की पानी में डूबे शिक्षक अविनाश कुमार की असामयिक मौत से सम्पूर्ण शिक्षक समाज व्यथित है। वे काफी होनहार एवं मिलनसार शिक्षक थे। साथ ही उनका परिवार पूरा भरण-पोषण के लिए उन पर ही आश्रित था। अपने परिवार को बीच मंझधार में छोड़कर उनके चले जाने से उनका परिवार घोर आर्थिक संकट में फंस गया है।
उन्होंने कहा की बी.पी.एस.सी. से बहाल नवनियुक्त विद्यालय अध्यापकों सहित सभी कोटि के शिक्षकों का सुदूर पदस्थापन दुर्घटना का प्रमुख कारण है। इसके निवारण में सभी कोटि के शिक्षकों का अविलंब ऐच्छिक स्थानान्तरण उनके द्वारा दिए गए विकल्प के अनुसार किया जाय। अत्यधिक समयावधि तक विद्यालय संचालन के कारण समय पर विद्यालय पहुंचने एवं लेट तक विद्यालय में ही बने रहने के कारण दुर्घटनाओं को दावत दिया जा रहा है। अतः इसके निवारण हेतु संचालन का समय 10.00 बजे पूर्वाह्न से 4.00 बजे अपराह्न अविलंब निर्धारित हो।
पत्र में कहा गया है की बाढ़ग्रस्त इलाकों में विद्यालय खुला रहने से भी दुर्घटना हो रही है। अतः ऐसे क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों को पूर्व की भांति बंद रखे जाएं। शिक्षा विभाग के अधीन विद्यालयों में कार्यरत स्टाफ काफी भारी संख्या में हैं और वे समय पर पहुंचने के लिए काफी जद्दोजहद करते हुए नित्य देखे जा सकते हैं। अतः उनके आवागमन के लिए राज्य सरकार के तरफ से विशेष व्यवस्था किया जाय। यथा शिक्षाकर्मियों के आवागमन के लिए विशेष साधन, सुरक्षात्मक उपाय एवं विद्यालय आने-जाने के समय मुख्य मार्ग पर भीड़ नियंत्रण का उपाय सहित जाम से निजात का उपाय किया जाय।
उन्होंने कहा की ऐसे शिक्षाकर्मियों के साथ तरह-तरह की घटनाएं होती रहती हैं। इनके निवारण के लिए राज्य स्तर/जिला स्तर पर विशेष सेल का गठन हो। पानी डूबने से मृत शिक्षक अविनाश कुमार का परिवार शारीरिक/ मानसिक कष्ट के अलावा घोर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। अतः स्व. अविनाश कुमार के परिवार को राहत पहुंचाने हेतु रु.25,00,000( पचीस लाख रुपए ) की राशि मुआवजा के रूप में अविलंब दिया जाय। इसके अतिरिक्त अन्य निर्धारित सुविधाएं मुहैया कराए जाएं।