पटना में लगे बिहार के पहले शहीद रामफल मंडल की प्रतिमा, अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा ने की मांग

PATNA : आजादी की लड़ाई में फांसी को गले लगाने वाले अखंड बिहार का पहला अमर शहीद रामफल मंडल देश के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। शहीद रामफल मंडल सहित अनेक शहीदों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर देश को आजाद कराया। ऐसे में उनके योगदान को बिहार सरकार से वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वह हकदार थे। यह बातें अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु पटेल ने कही। उन्होंने कहा कि शहीद रामफल मंडल पूरे देश एवं समाज के धरोहर हैं। जिन्होंने आजादी की लड़ाई में हंसते हंसते फांसी पर चढ़ना कबूल किया।
अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु पटेल, राष्ट्रीय सचिव डॉ. राकेश रंजन एवं प्रदेश महासचिव प्रेम प्रकाश मंडल ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि आगामी 23 अगस्त को भारत की आजादी की लड़ाई में बिहार का पहला शहीद "अमर शहीद रामफल मंडल" के सम्मान संबंधित विभिन्न मांगों को लेकर गर्दनीबाग पटना में महासभा द्वारा एक दिवसीय धरना दिया जाएगा हमारी मांगे निम्न है:-
1. सीतामढ़ी में खोले जा रहे इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेज का नाम अमर शहीद रामफल मंडल जी के नाम पर हो
2. बिहार सरकार अपने पाठ्यक्रम में अमर शहीद रामफल मंडल का जीवनी को शामिल करें
3. पटना में किसी चौराहे पर अमर शहीद रामफल मंडल का आदम कद प्रतिमा लगाया जाए
4. पटना के राजनीतिक इलाका में अमर शहीद नाम रामफल मंडल के नाम पर एक सड़क का नामकरण किया जाए
5. उनके नाम पर जारी होने वाले डाक टिकट जो प्रक्रिया में है उसे जल्द से जल्द जारी किया जाए|
6. उनके शहादत दिवस के अवसर पर सीतामढ़ी के बाजपट्टी में लगने वाले शहीदीमेला को राजकीय मेला घोषित किया जाए|
पटेल ने कहा कि विगत कई वर्षों से महासभा इन मांगों को बिहार सरकार से मांग रही है लेकिन सरकार अभी इन मांगों में से एक भी मांग पूरा नहीं की है सरकार अभिलंब हमारी मांगों को माने नहीं तो आगे भी आंदोलन जारी रहेगा|