नशे के कारोबार पर प्रहार, दाउदनगर में नशे के कारोबार के खिलाफ सड़क ग्रामीणों के साथ निकले एलजेपीआर कार्यकर्ता, मार्च निकाल कर जताया आक्रोश
औरंगाबाद - जिला के दाउदनगर में नशे के कारोबार के खिलाफ सड़क पर ग्रामीणों के साथ एलजेपीआर कार्यकर्ता निकले. शराबबंदी के बाद सूखे नशे के कारोबार में भारी ईजाफा हुआ है. इस वजह से वैकल्पिक सूखे नशीले पदार्थों चाहें वह ब्राउन सुगर, अफीम, हेरोइन, गांजा और सुलेशन जैसे अन्य नशे की लत खासकर युवाओं में बढ़ रही है जिसके कारण नशे के कारोबारी फल फूल रहा है और खास कर औरंगाबाद के दाउदनगर के इलाके में सूखे नशे के कारोबार की शिकायते आम है. ,
आम अवाम खासकर सूखे नशे के सेवन के दुष्परिणामों से आगाह करने,हेतु जागरुकता लाने तथा नशीली वस्तुओं के कारोबारियों के खिलाफ सतत अभियान जारी रखने के लिए शासन-प्रशासन पर दबाव बनाने के उदेश्य से दाउदनगर के सामाजिक कार्यकर्ता ,और लोजपा(रामविलास) के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्रा ने जन जागरूकता आक्रोश मार्च निकाला.
यह मार्च दाउदनगर के प्रखंड कार्यालय के पास से निकलकर अनुमंडल कार्यालय तक पहुंचा, जहां मार्च का नेतृत्व कर रहे डॉ. प्रकाश चंद्रा ने एसडीओ मनोज कुमार एवं एसडीपीओ कुमार ऋषिराज को बिहार के राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा.
इस जागरूकता मार्च में शामिल एलजेपीआर कार्यकर्ताओं ने बताया कि दाउदनगर इन दिनों नशे के कारोबार का हब बनता जा रहा है. नशे के जाल में यहां के हजारों की संख्या में युवा फंसते चले जा रहे है। इसलिए आवश्यक है कि लोगों को इसके दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक किया जाए .
रिपोर्ट- दीनानाथ मौआर