वैशाली में वीआईपी मोहल्ले के इन गलियों में ज़रा संभलकर चलिए, नहीं तो हो जायेंगे हादसे का शिकार, देखिये वीडियो...

वैशाली में वीआईपी मोहल्ले के इन गलियों में ज़रा संभलकर चलिए, नहीं तो हो जायेंगे हादसे का शिकार, देखिये वीडियो...

HAJIPUR : वैशाली के सड़कों चलते हैं तो संभल कर चलिए नहीं तो आप भी हादसे का हो सकते हैं। हादसे की सूचना पर अधिकारी की खुलती है नींद फिर होता है मरवाती कार्य जी हाजीपुर का सबसे वीआईपी इलाका एसडीओ रोड का दो वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तेजी से वायरल हो रहा है।

इस वीडियो में एक व्यक्ति अपनी मोटरसाइकिल से बाजार से घर लौट रहा था इसी दौरान नगर परिषद का मन तो नमामि गंगे प्रोजेक्ट की गलती के कारण वह व्यक्ति हादसे का शिकार हो गया लेकिन इस हादसे के पीछे किसकी गलती है। यह बात कोई भी मानने को तैयार नहीं है। नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता बताते हैं कि हादसे होने के बाद उसे गड्ढे को ठीक कर दिया गया है। तो क्या नगर परिषद हादसा होने का इंतजार करती है। नगर परिषद के द्वारा बरसात से पहले नाला की सफाई एवं नाला की मरम्मती कार्य के लिए लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं। जिससे नल का पानी सड़क पर नहीं आए और लोगों को एक जगह से दूसरे जगह जाने में कठिनाई नहीं हो।

नाले के मरम्मती में पैसा खर्च करने का मतलब यह होता है कि कोई बरसात के दिनों में हादसे का शिकार नहीं हो जाए। लेकिन पैसा खर्च होने के बाद भी लोग हादसे का शिकार हो हो ही जाते हैं और सड़क पर नाले के पानी आ ही जाती है तो फिर नगर परिषद के द्वारा पैसा सिर्फ कागज पर खर्च किया जाता है। यह तमाम सवाल लोगों के मन में है।

अब आपको हम पूरा मामला बताते हैं वैशाली जिले के जहां पर जिला अधिकारी से लेकर तमाम पदाधिकारी तक रहते हैं। उसे सड़क की हालत सालों भर खराब रहती है। साल भर सड़क पर पानी जमा रहता है तो जहां- तहां पर गड्ढे रहते हैं। अब सोशल मीडिया पर हाजीपुर के एसडीओ रोड का दो वीडियो वायरल हो रहा है इस वीडियो में एक बच्चा नाले के गड्ढे में गिरता है तो दूसरा एक शिक्षक बाजार से घर लौट के दौरान मोटरसाइकिल सहित गिर जाता है। नगर परिषद के अधिकारी से बात करने पर नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ने बताया की गद्दे को ठक दिया गया है।

अब सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोग अब उसे वीडियो का रियल बनाकर वायरल कर रहे हैं और इस घटना को लेकर नगर परिषद को जिम्मेदार एवं हाजीपुर के जन प्रतिनिधि को जिम्मेदार बता रहे हैं।

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