झारखंड में हेमंत सरकार को घेरने के लिए भाजपा की बड़ी तैयारी : सरयू राय और पूर्व सीएम की होने जा रही पार्टी में वापसी, आलाकमान की हरी झंडी का है इंतजार

झारखंड में हेमंत सरकार को घेरने के लिए भाजपा की बड़ी तैयारी : सरयू राय और पूर्व सीएम की होने जा रही पार्टी में वापसी, आलाकमान की हरी झंडी का है इंतजार

RANCHI : झारखंड की राजनीति में जल्द ही बड़ी उठापटक शुरू होनेवाली है। यहां वर्तमान की हेमंत सोरेन सरकार की चौतरफा घेराबंदी के लिए बीजेपी ने पूरी तैयारी कर ली है। जिसके लिए पार्टी ने उन दिग्गज नेताओं की वापसी का रास्ता तैयार कर लिया है, जो लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे। फिलहाल, पार्टी आलाकमान की हरी झंडी का इंतजार किया जा रहा है।

रघुवर दास का राज्यपाल बनाना प्लानिंग का हिस्सा

दरअसल, जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को ओडिशा का राज्यपाल बनाया गया, उसके बाद झारखंड बीजेपी की राजनीति तेजी से बदली है। अब पिछले विधानसभा चुनाव में रघुवर दास को पटखनी देनेवाले सरयू राय की बीजेपी में वापसी का रास्ता साफ हो गया है। सरयू राय की गिनती झारखंड के दिग्गज नेताओं में होती है। ऐसे में भाजपा को उनकी वापसी पार्टी मजबूत हो जाएगी। सरयू राय ने भी इसके संकेत दिए हैं। जानकारी के अनुसार, ऐसे प्रमुख नेताओं की सूची भाजपा आलाकमान को भेजी गई है; जो पार्टी में वापस करना चाहते हैं। रिपोर्ट दी गई है कि इनके लौटने से भाजपा को फायदा होगा। शीर्ष नेतृत्व के निर्णय के बाद पार्टी अगला कदम उठाएगी।

पूर्व सीएम मधु कोड़ा की भी हो सकती है वापसी

सरयू राय के साथ पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की भी भाजपा में वापसी की अटकलें भी तेज हो गई है। मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा चाईबासा से कांग्रेस सांसद हैं। वे कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। कोड़ा दंपत्ति को इस बात की आशंका है कि अगले लोकसभा चुनाव में चाईबासा सीट से टिकट मिलने में मुश्किलें आ सकती हैं। ऐसे में वे पाला बदल सकते हैं।

बता दें कि मधु कोड़ा ने अपना राजनीतिक सफर भाजपा से ही आरंभ किया था। बाद में वे तत्कालीन अर्जुन मुंडा सरकार का तख्ता पलट कर चर्चा में आए। बतौर निर्दलीय विधायक उन्होंने कांग्रेस और झामुमो के सहयोग से लगभग दो वर्ष तक सरकार चलाई थी। बाद में वे भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों में जेल में भी रहे। उनके खिलाफ जांच चल रही है।

निर्दलीय MLA अमित यादव की वापसी तय

बरकट्ठा के निर्दलीय विधायक अमित यादव की भी भाजपा में वापसी तय है। अमित यादव को पिछले चुनाव में भाजपा ने टिकट नहीं दिया था। हालांकि अमित यादव हर मौके पर भाजपा का साथ देते रहे हैं। राज्यसभा चुनाव में भी उन्होंने भाजपा के पक्ष में मतदान किया था।

इससे पहले पूर्व सीएम बाबूलाल मंराडी ने अपनी पार्टी का विलय भाजपा में किया था। जिसके बाद बाबू लाल मंराडी भाजपा को लगातार आगे बढ़ा रहे हैं।

झारखंड भाजपा को होगा बड़ा फायदा

जिन नेताओं की भाजपा में वापसी की चर्चा चल रही है। उनका बड़ा वोट बैंक है।  सरयू राय और अमित यादव अगर भाजपा में वापस आ गए तो विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या बढ़ जाएगी। भाजपा के विधायकों की संख्या 27 हो जाएगी।

हालांकि इस बदलाव से कोई राजनीतिक उलटफेर तो नहीं होगा, लेकिन भाजपा का मनोबल बढ़ेगा। सत्ता से बाहर चल रही भाजपा का उत्साह भी बढ़ेगा। सरयू राय साथ आए तो हेमंत सरकार की घेराबंदी में भी वह प्रभावी साबित होंगे।

आगामी चुनाव में भी ऐसे दिग्गज नेताओं की वापसी का भाजपा को लाभ मिलेगा, जो रघुवर दास से अदावत के कारण पार्टी से दूर थे। ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह की भी वापसी हो सकती है।


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