पटना बीच सड़क पर बिहार को दो सियासी दलों में जबरदस्त पटका - पटकी,काफी पुराना और सटीक हथियार को देख मजा ले रही जनता...तमाशा चालू है...

लोकसभा चुनाव 2024 की रणभेरी बजने में कुछ महीने शेष हैं . ऐसे में तमाम दल जनता तक पहुंच बनाने में जुट गए हैं, तरह तरह के हथकंड़े अपनाए जा रहे है. इसीके मद्देनज़र चुनावी प्रचार के लिए राजनीतिक दलों ने पोस्टर का सहारा लेना शुरु कर दिया है. राजद और भाजपा एक दूसरे पर पोस्टर के जरिए हमला कर रहीं है. पटना के इनकम टैक्स चौराहे के पास राजद ने पोस्टर लगाकर भाजपा पर निशाना साधा, तो फिर भाजपा ने भी पलटवार करते हुए उसी के शब्दों में जवाब दिया.

दरअसल इनकम टैक्स के पास एक पोस्टर लगा है जिसपर लिखा है-मजदूर किसान पर रोज सितम, मोदी सरकार का खेल खत्म।. राजद के पोस्टर के जवाब में भाजपा ने भी पोस्टर जारी किया, पोस्टर पर लिखा- कभी हमारा तो कभी आपका यार है, असली बेवफा तो नीतीश कुमार है.

यह पहली बार नहीं है जब बिहार में पोस्टर का सहारा लेकर विरोधियों पर निशाना साधा गया है, इससे पहले भी बिहार में  पोस्टर का खेला खेला जा चुका है. अबकी बार नीतीशे कुमार का स्लोगन अबी तक लोग भूले नहीं .बहरहाल  भाजपा नीतीश पर वार करते हुए स्लोगन दिया है “दिया न शिक्षा, न रोजगार, पटलू कुमार को कब तक सहेगा बिहार, हरतरफ असफल, राष्ट्रीय जनता दल. आदि जुमलों से पटना पटा पड़ा है.”

वहीं राजद ने पलटवार करते हुए लिखा है, “मोदी सरकार से चाहिए छुटकारा, नौजवानों का है स्पष्ट इशारा, वहीं राजद ने  एक और स्लोगन लिखा है, सिर्फ जुमला और झूठा प्रचार, बेवफा है मोदी सरकार.

सड़क किनारे लगे जुमलों को पढ़ कर लोग मजा लेने से चूक नहीं रहे हैं. लोग अपने अपने तरह से इन जुमलों की व्याख्या करते देखे जा सकते है.

नीतीश के एनडीए से अलग होने के बाद से भाजपा नीतीश पर लगातार हमला करती रही है. भाजपा नीतीश राजद पर प्रहार करने का कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहती है. भाजपा को बखूबी पता है कि बिहार में जीत का असर पूर्वांचल से लेकर झारखंड और सीमांचल से सटे पश्चिम बंगाल के हिस्से में साफ देखने को मिलेगा. अगर बिहार की 40 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल कर ली तो सीधे-सीधे यहां से जदयू के वोट बैंक का सफाया हो जाएगा और बिहार में 2025 का विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए आसान हो जाएगा. 

पहले केंद्र का रास्ता यूपी से होकर जाना बताया जाता था वहीं इंडिया महागठबंधन बनने और नीतीश लालू की सक्रियता से राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस बार बिहार से होकर  केंद्र का रास्ता निकलेगा. बहरहाल अभी तो पोस्टर वार शुरु हुआ है आगे आगे देखिए होता है क्या