खबर का असर: किताब में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को उल्टा छापने का मामला, बीटीबीसी ने प्रकाशक के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

PATNA : न्यूज4NATION की खबर का बड़ा असर हुआ है। तीसरी कक्षा की किताब में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को उल्टा छापने को लेकर बीटीबीसी ने प्रकाशक तिरुपति कम्पूटर स्टेशनर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। इस संबंध में बीटीबीसी ने पटना के बहादुरपुर थाना में आवेदन दिया है।
अपने आवेदन में बीटीबीसी ने आरोप लगाया है कि पुस्तक के प्रकाशक ने बिना प्रूफ रीडिंग के ही किताब का प्रकाशन कर दिया, जबकि निगम की शैक्षणिक शाखा से प्रूफ स्वीकृत करा लिया गया था। बीटीबीसी ने कहा है कि प्रकाशक ने पुस्तक के कवर पेज में रंगों में परिवर्तन कर राष्ट्रीय झंडा का रंग बदल दिया जिससे राष्ट्रीय झंडा का अपमान हुआ। बीटीबीसी की जांच टीम ने जांच के उपरांत प्रकाशक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का फैसला लिया।
क्या है मामला
बता दें कि बिहार के सरकारी स्कूलों के लिए छपी पुस्तक में प्रकाशक की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। बिहार स्टेट टेक्सटबुक पब्लिशिंग कॉरपोरेशन ने तीसरी क्लास में पढ़ाई जाने वाली किताब में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को उल्टा छाप दिया है। तीसरी क्लास के छात्रों के पाठ्यक्रम में शामिल 'पर्यावरण और हम' पुस्तक के पिछले भाग में राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा छाप दिया गया है। पुस्तक में राष्ट्रध्वज के नारंगी रंग को नीचे और हरे रंग को ऊपर प्रदर्शित किया गया है।
मामले के खुलासे के बाद शिक्षा विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है। अविलंब लगभग एक लाख छपी पुस्तक को वापस लिए जाने का निर्णय लिया गया है। बीएसटीबीपीसी पटना की तरफ से प्रकाशित पुस्तकों को गया के डीपीओ ने अविलंब वापस लेने की बात कही है।
डीपीओ ने बताया कि किताब से जहां से छपी है, वहां से भूल हो गई है. इसके लिए विभागीय स्तर पर समीक्षा हो रही है और 18 जून को ही निर्देश मिला है कि जहां जिस स्तर पर किताब है, वहां से उसे वापस करनी है। जिन छात्रों ने यह किताब खरीद ली है वे भी वापस कर सकते हैं।