झारखंड के किसान अब पथरीली जमीन पर उगायेंगे तरबूज, नर्सरी में तैयार किये गये पौधे

RANCHI : रेतीली की जगह पथरीली जमीन पर तरबूज की खेती। यह जानकर आपको थोड़ा आश्चर्य होगा। लेकिन झारखंड के किसान इसे अंजाम देने जा रहे है। राजधानी रांची के किसान हमेशा कुछ नया करने की कोशिश में जुटे रहते हैं। इस बार यहां के किसान रेतीली की जगह पथरीली जमीन पर तरबूज की खेती करने की जुगत में हैं।
आमतौर तरबूज की खेती नदी किनारे, कछाड़ और रेतीली जमीन पर की जाती है, लेकिन झारखंड के किसानों ने नए तरीके के बूते पठारी और पथरीली जमीन पर तरबूज उगाने की तैयारी की है।
रांची में इस सीजन में करीब ढाई सौ एकड़ जमीन पर तरबूज की खेती की तैयारी किसानों ने शुरू कर दी है। रांची के चोरेया में 30 एकड़, लुंडरी में 25, गुड़गुड़जारी में 15, कांके, ओरमांझी, मांडर और खूंटी जिला से सटे बड़े इलाके में कुल मिला कर ढाई सौ एकड़ जमीन पर खेती की तैयारी किसान कर चुके हैं।
इसके लिए किसानों ने नर्सरी में पौधे तैयार कर लिए हैं। मौसम अनुकूल होने पर 10 फरवरी के बाद पौधों को खेत में लगाने का काम शुरू होगा।
कृषि विभाग की ओर से भी किसानों का मार्गदर्शन किया जा रहा है। तरबूज और खरबूज की खेती फसलों के विविधिकरण का हिस्सा है। रांची में डीप इरिगेशन से बड़े पैमाने पर तरबूज की खेती संभव होगी।