पापा मत कराइए ये.... बेटी ने पास की एग्जाम तो पिता ने दिया ऐसा उपहार, न्याय के लिए थाने पहुंची युवती

BHAGALPUR: भागलपुर में एक हैरान करने वाला मामला गुरुवार की शाम को महिला थाने से आया है। जहां एक लड़की थाने में फरियाद लेकर आयी कि उसके लिए अभी घर में गलत फैसला लिया गया है। उसने बीएससी नर्सिंग की परीक्षा निकाल ली थी और अभी अपना करियर बनाना चाहती है। लेकिन उसके पिता उसकी शादी करा रहे हैं। पूरा मामला ही कुछ ऐसा था कि परिजनों को भी थाना पहुंचना पड़ा।

गुहार लगाने महिला थाना पहुंच गयी लड़की

दरअसल, कहलगांव की रहने वाली एक लड़की गुरुवार शाम महिला थाना पहुंची। उसने महिला थाना प्रभारी से मिल कर बताया कि वह शादी नहीं करना चाहती है। वह अपनी आगे की पढ़ाई कर अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती है। लेकिन उसके माता-पिता उसकी शादी करवाना चाहते हैं। 13 मई को उसकी शादी करा दी जायेगी। उसे किसी तरह इससे बचा लें। यह सुनते ही महिला थाना प्रभारी एसआई नीता कुमारी ने युवती के पिता का नंबर लिया और कॉल कर उन्हें भागलपुर बुलाया। 

पिता से हाथ जोड़ गुहार लगाती रह गयी लड़की

भागलपुर स्थित महिला थाना पहुंचते ही वहां युवती और उसके परिजनों को समझाने का प्रयास किया गया। युवती अपने पिता से हाथ जोड़कर गुहार लगाती रह गयी कि 'पापा मेरी शादी मत कराओ, मैं पढ़ाई कर अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हूं.'  इधर युवती के पिता ने एक न सुनी और शादी कराने की जिद पर अड़े रहे। आखिरकार महिला थाना प्रभारी को सख्त रुख अपनाना पड़ा। युवती और उसके पिता से पीआर बांड भरवा कर युवती को उसके परिजनों को सौंप दिया।

बीएससी नर्सिंग की परीक्षा निकाल चुकी है लड़की

दरअसल, मामला कहलगांव क्षेत्र का है। युवती ने बताया कि विगत वर्ष उसने बीएससी नर्सिंग की परीक्षा निकाल ली थी और उसके पिता उसका दाखिला कराने के लिए पैसे भी जोड़ चुके थे। लेकिन अचानक उसके माता-पिता का फैसला बदल गया और उसकी शादी के लिए लड़का ढूंढना शुरू कर दिया। देखते ही देखते शादी तय हो गयी। और 13 मई को शादी की तिथि भी निर्धारित हो गयी। काफी सोच समझ के बाद भी जब कोई रास्ता नहीं निकला तो लड़की ने महिला थाना आने का फैसला लिया और पुलिस से उसकी शादी को रुकवाने की गुहार लगायी। 

पिता ने बतायी मजबूरी, ऐसे होगा फैसला..

देर शाम महिला थाना पहुंचे युवती के पिता ने बताया कि शादी तय हो चुकी है और उनकी बेटी का लगन भी हो चुका है। शादी के कार्ड बंट गये और घर पर शादी की तैयारी को लेकर गेस्ट भी पहुंच चुके हैं। ऐसे में शादी रुकवाने का मतलब है पूरे परिवार की बेइज्जती करना। इसके बाद कौन उनकी बेटी से शादी करेगा। महिला थाना प्रभारी एसआई नीता कुमारी ने बताया कि युवती और उसके पिता को काफी समझा बुझा कर युवती के इच्छा के मुताबिक ही फैसला लेने को कहा गया है। युवती को उसके परिजनों के साथ भेज दिया गया।