पहले गया, फिर आरा और अब इस जिले में धूएं ने ली मासूम बच्चे की जान, पूरा परिवार मिला बेहोश

NALNADA/BIHARSHARIF : बिहार में जितनी मौतें ठंढ के कारण नहीं हो रही है, उससे ज्यादा उससे मौते उससे बचाव के सााधन के कारण हो रही है। कुछ दिन पहले गया जिले में बोरसी में लगे आग के धूएं से तीन बच्चों और उनकी मां की दम घुटने से मौत हो गई थी, ऐसी ही एक घटना आरा में हुई थी, जहां ठंड से बचाव के लिए लगाए गए आग ने एक बच्चे की जान ले ली थी. अब ऐसी ही एक घटना नालंदा जिले से भी सामने आई है। जहां बोरसी के धूएं ने एक पूरे परिवार को अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना में जहां परिवार में एक बच्चे की मौत हो गई। जबकि पांच लोगों को बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मामला अस्थावां थाना क्षेत्र के अंदी गांव से जुड़ा है। परिजनों ने बताया कि बीती रात अधिक ठंड रहने के कारण कमरा में बोरसी जलाकर एक ही कमरे में कुल 6 लोग सोए हुए थे। ठंढ की वजह से कमरा का दरवाजा और खिड़की पूरी तरह से बंद था। सुबह जब देर तक दरबाजा नहीं खुला तो उन्हें संदेह हुआ जिसके बाद जब कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो देखा की कमरे में सोए सभी 6 लोग बेहोशी की हालत में पड़े हुए है। आनन फानन में सभी लोगो को इलाज के लिए अस्थावां रेफरल अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने अरुण राम के 9 वर्षीय पुत्र अंकित को मृत घोषित कर दिया। जबकि बाकी 5 लोगों को बिहारशरीफ सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जहां सभी का ईलाज जारी है ।
इन्हें किया गया अस्पताल में भर्ती
24 वर्षीय मधु देवी, 10 वर्षीय सोनाली कुमारी 11 वर्षीय नेहा कुमारी, 13 वर्षीय जितेंद्र कुमार, 40 वर्षीय लालन देवी को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।
क्या बोले डीएसपी
घटना की जानकारी मिलते ही सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली। उन्होनें बताया कि धुंआ से दम घुटने के कारण एक की मौत हुई है जबकि 5 लोग बेहोश हो गए थे इन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है सभी की हालत ठीक है। उन्होंने लोगों से ठंड के मौसम में कमरे में अंगीठी जलाने के बाद बंद करने का नहीं अपील की ।