पैसवा कहां से लाओगे...जिसके चलते अंदर गए हो उसी 'पैसवा' से होगा? संजय जायसवाल ने CM नीतीश का जारी किया 'पलटीमार' वीडियो

PATNA : जिस तरह से नीतीश कुमार ने नागालैंड में जेपी की जयंती पर आरएसएस पर निशाना साधा है। उसके बाद अब बीजेपी ने बड़ा पलटवार किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने आरएसएस को लेकर जय प्रकाश नारायण के द्वारा कही गई कुछ पक्तियों को शेयर करते हुए नीतीश कुमार को चुनौती है कि अगर उनमें हिम्मत है, तो वह जेपी की कही गई बातों को झूठ बताकर दिखाएं। नीतीश कुमार बता दें कि जयप्रकाश ने यह बात कभी नहीं कही थी। इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार की तुलना दोनों तरफ से बजने रिकॉर्ड प्लेयर से कर दी। 

डा. संजय जायसवाल ने अपने फेसबुक हैंडल से किए गए पोस्ट में लिखा है कि जेपी से जुड़ी बातों को लेकर लिखा है, जिसमें उन्होंने बताया है कि जय प्रकाश नारायण ने कहा था  “ अगर आरएसएस फासीवादी संगठन है तो जेपी भी फासीवादी है। बेतिया सांसद ने इन पंक्तियों के साथ लिखा है कि नीतीश कुमार जी मे अगर हिम्मत हो तो कहें कि जयप्रकाश नारायण जी ने ये शब्द नहीं कहै हैं। बता दें कि कल नागालैंड में नीतीश कुमार ने आरएसएस को फासीवादी संगठन बताते हुए उन पर महात्मा गांधी की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था।

रिकार्ड प्लेयर से की तुलना

इस पोस्ट के साथ डा. संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार की तुलना रिकॉर्ड प्लेयर से कर दी। उन्होंने लिखा है कि नीतीश कुमार जी की सबसे विशेष बात यह है कि वह 70 के दशक के रिकॉर्ड प्लेयर के रिकॉर्ड की तरह हैं। इसमे एक साथ जय संतोषी मां फिल्म का गाना है और दूसरी तरफ लैला मजनू का। नीतीश कुमार जी के दिमाग का रिकॉर्ड प्लेयर जब चाहता है उलट कर रिकॉर्ड बजाने लगता है। वह समझते हैं कि बिहार की जनता भोली भाली और नादान है और वह जब चाहें पलटी मार कर रिकॉर्ड उल्टा चला सकते हैं।

इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव से जुड़े चुनाव प्रचार के दौरान का नीतीश कुमार का एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वह तेजस्वी यादव के दस लाख नौकरी देने की बात की टांग खिंचते हुए कह रहे हैं कि वह इतने नौकरियों के लिए पैसा कहां से लाएंगे। वेतन में जाली नोट देंगे क्या। इसके साथ ही नीतीश कुमार भाषण में यह भी कहते हैं कि जो हो ही नहीं सकता है. वह काम वह कैसे कर सकते हैं। अब महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार यह बताएं कि अब इतनी नौकरियों के लिए वह पैसे कहां से लाएंगे। वह समझते हैं कि बिहार की जनता भोली भाली और नादान है और वह जब चाहें पलटी मार कर रिकॉर्ड उल्टा चला सकते हैं।