डॉ0 म़ौमिता देवनाथ के साथ हुए दरिंदगी व निर्मम हत्या के विरोध में सिवान के सड़क पर उतरी सैकड़ो महिलाएं, कैंडल मार्च निकालकर की ममता सरकार को बर्खास्त करने की मांग

SIWAN : कोलकाता में हुए महिला डॉक्टर डॉ मौमिता देवनाथ के साथ हुए दरिंदगी एवं निर्मम हत्या के विरोध में सिवान जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष सोनी गुप्ता के नेतृत्व में शहर के मुख्य रोड पर जे पी चौक तक कैडिंल मार्च निकाला गया। जिसमें उपस्थित महिला ममता बनर्जी शर्म करो शर्म करो शर्म करो, बंगाल की हत्यारीन सरकार शर्म करो, बंगाल की बलात्कारी सरकार शर्म करो बंगाल की ममता सरकार बर्खास्त करो का नारा लगाते हुए चल रही थी। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष सोनी गुप्ता ने कहा बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार अपराधियों बलात्कारियों के संरक्षण देने वाली है। वहां की माताएं बहनो की इज्जत सुरक्षित नहीं है। हम सभी महिला मोर्चा के कार्यकर्ता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मांग करते हैं की तत्काल ममता बनर्जी की सरकार को बर्खास्त करें। इस अवसर पर नगर पार्षद गायत्री गुप्ता जिला उपाध्यक्ष आशा रंजन महामंत्री अर्चना सिंह, पूजा सिंह, रिंकू तिवारी, अनुराधा देवी, प्रीति गुप्ता, सुमन कुशवाहा, ज्योति कुमारी, किरण देवी, रानी देवी, मुन्नी देवी, अनुष्का कुमारी, कविता कुमारी, सुमनजय चौरसिया, मिनी कुमारी, सरस्वती गुप्ता, शगुफ्ता नाज, सैयद मुस्कान, कलावती देवी ,उषा देवी, निर्मला देवी, उर्मिला देवी इत्यादि महिलाएं शामिल रहीं।
वहीँ गया में शाहमीर तक्या दुर्गा स्थान से गेवाल बिगहा यूथ व मानवाधिकार महासंघ के संयुक्त बैनर तले डॉक्टर बेटी को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया। मौके पर मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान व स्टैंडिंग कमेटी सदस्य अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, पार्षद प्रतिनिधि ओम यादव, विपिन सिन्हा, किशन राज, डॉ. रतन कुमार, डॉ. मनोज कुमार सहित युवा व बच्चियों सड़कों पर कैंडल मार्च में शामिल हुए। सभी ने कैंडल मार्च निकालकर डॉक्टर बिटिया को न्याय देने की मांग की है। कैंडल मार्च गेबाल बिगहा दुर्गा स्थान से निकलकर टावर चौक पहुंचा। मेयर ने कोलकाता रेप के आरोपी को मौत की सजा देने की मांग की है।
उधर शेखपुरा जिले के बरबीघा रेफरल हस्पिटल के चिकित्सक डॉ आनंन्द कुमार के नेतृत्व में डा हर्ष डा रितु डा शिवम सोनाली डा मुकेश कुमार डा गौरव कुमार एवं अनेक चिकित्सक एवं समाज सेवी चर्चित भोजपुरी अभिनेत्री सीमा सिंह, समाजिक कार्यकर्ता रविशंकर मंगलमय चिंन्टु कुमार बव्लु कुमार एवं अन्य सैंकड़ों कार्यकर्त्ताओं ने कोलकाता में हुए एक ट्रेनिंग महिला डॉक्टर के साथ जघन्य अपराध के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला। शेखपुरा में भी स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से ठप है। शेखपुरा सदर अस्पताल के साथ विभिन्न पीएचसी और निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने हड़ताल किया है। जबकि सदर अस्पताल का ओपीडी सेवा पूरी तरह से बंद है। वही शेखपुरा जिले के बरबीघा के रेफरल अस्पताल के चिकित्सकों ने कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च रेफरल अस्पताल से निकल मुख्य बाजार होते हुए डॉ श्रीकृष्ण सिंह चौक पर समाप्त हुआ। इस दौरान चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों ने इस जघन्य अपराध के दोषियों को फाँसी दिए जाने की मांग की। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने एक हाथ मे कैंडल मार्च के तो दूसरे हाथ मे विरोध की तख्ती ले आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की।
वहीँ बांका जिले के सदर सहित सभी प्रखंडों के अस्पताल में पदस्थापित डॉक्टरों ने शनिवार को काला बिल्ला लगाकर ओपीडी सेवा बाधित करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया। हालांकि इस दौरान डॉक्टरो ने मानवता का परिचय देते हुए इमरजेन्सी सेवा जारी रखा। ओपीडी सेवा बाधित रहने की वजह से मौसमी बीमारी से ग्रसित सैकड़ों मरीजो को अस्पताल से बिना उपचार कराये निराश लौटना पड़ गया। विदित हो कि ओपीडी सेवा के तहत प्रतिदिन सदर अस्पताल प्रतिदिन हजारों मरीजो का उपचार किया जाता है। लेकिन शनिवार को डॉक्टरो की विरोध के कारण कई मरीज उपचार से वंचित हो गये। वही अमरपुर रेफरल अस्पताल के डॉक्टर अपुर्व अमन सिंह, डॉक्टर सुधा कुमारी, डॉक्टर एसके मिश्रा, डॉक्टर नाज राहत, डॉक्टर पंकज कुमार आदी ने कोलकाता में हुई महिला चिकित्सक की जघन्य हत्याकांड का कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आज डॉक्टर अपनी जान की परवाह किये बगैर आम लोगो (मरीजों) की सेवा करते है। लेकिन डॉक्टरो की सुरक्षा का कोई गारंटी नहीं है। डॉक्टरो ने हत्याकांड में संलिप्त हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग किया है। रेफरल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि शनिवार को अस्पताल में डॉक्टरो ने काला बिल्ला लगाकर विरोध जताते हुए ओपीडी कार्य को बाधित कर दिया। हालांकि इस दौरान इमरजेन्सी सेवा को जारी रखा गया है।
सिवान से परवेज़ महमूद, गया से मनोज और बांका से चंद्रशेखर कुमार भगत की रिपोर्ट