बच्चों के परिजनों से हुई बहस के बाद प्रधानाध्यापक ने सभी छात्रों को स्कूल से निकाला, की तालाबंदी, शाम तक इंतजार करते रहे शिक्षक
औरंगाबाद से एक अजीबो गजब मामला निकल कर सामने आया है जहां प्रधानाध्यापक ने ग्रामीणों के साथ हुई बहस के बाद स्कूल में मौजूद सभी बच्चों को घर भगा दिया और विद्यालय में ताला लगा दिया। इस दौरान सभी शिक्षक स्कूल बंद होने का इंतजार करते रहे।
यह मामला औरंगाबाद के बारुण प्रखंड के ग्राम मौआर खैरा उत्कार्मिक मध्य विद्यालय का है जहां तकरीबन 12 बजे के आस पास छात्राओं को लेकर एक ग्रामीण से प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक रामा बाबू के साथ बहस हो गई। हालांकि शिक्षक और छात्रा के परिजन के बीच किस बात को लेकर विवाद हुआ था। इसका खुलासा नही हो पाया है। लेकिन इसी बीच प्रधानाध्यापक के द्वारा 112 टोल फ्री नंबर पर कॉल कर बुलाया गया। पुलिस को पहुंचते ही प्रधानाध्यापक ने सभी क्लास के बच्चे को जाकर यह कहा कि आप सब घर जाइए अब स्कूल बंद होगा और बच्चे को रूम से बाहर निकल कर सभी रूमो में ताला मार दिया
जब इस बिंदू पर स्कूल के पास उपस्थित शिक्षकों से बात की गई तो उन लोगों ने बताया कि हम लोग क्लास रूम में थे। जब शोरगुल हुआ तो बाहर निकले तो देखे कि एक ग्रामीण से हेडमास्टर सर तू तू में में कर रहे थे। इसके बाद कुछ ग्रामीण तथा हम सभी मिल कर दोनो को हटा दिए, इसके उपरांत प्रधानाध्यापक के द्वारा सभी बच्चे को छुट्टी दे दिया गया और सभी रूम तथा कार्यालय में ताला मार दिया गया।
इसके उपरांत प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक रामबाबू 112 पुलिस टीम के साथ यहां से चले गए। वहीं करीब आधा दर्जन शिक्षक बाहर बैठे रहे। उन्होंने बताया कि जब हम सब सुबह का उपस्थिति दर्ज करा दिया है तो शाम 4:30 तक यही बैठेंगे और लास्ट हाजरी बनाकर ही जायेगे, जब यह पूछा गया कि बच्चे तो है नही तो आप सबको बैठने से क्या मतलब निकल ता है , इस बिंदु पर शिक्षको ने बताया की बच्चों को जो छुट्टी दिया है, वह समझेंगे हम तो पढ़ाने के लिए उपस्थित हैं।