केके पाठक के 'राज' में कीचड़ और गोबर में सने मास्टर साहेब, पेट पर "पा ठ क जी " लिख कर एसीएस के फरमान का किया विरोध, अपने को बताया बंधुआ मजदूर
पटना: होली के दिन सरकारी स्कूल खुलने के कारण कई शिक्षक हुड़दंग के शिकार हो गए. मुजफ्फरपुर, भागलपुर समेत सूबे के कई जिलों में स्कूल जाने के दौरान शिक्षकों को खासी परेशानी हुई . उन पर गोबर, कीचड़, कचरा, रंग, फेंका गया है. सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें वायरल हो रही हैं.तो वहीं होली के दिन महिला शिक्षकों को भी स्कूल जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. बिहार में कहीं 25 मार्च को तो वहीं 26 मार्च को होली मनाई गई. 25 मार्च को स्कूलों में बच्चो की उपस्थिति न के बराबर थी. इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केक पाठक की तीखी आलोचना हो रही है.
होली के दिन आवासीय प्रशिक्षण पर विवाद
वहीं होली के दिन आवासीय प्रशिक्षण के नाम पर 19 हजार से अधिक प्राइमरी शिक्षकों को बुला कर केके पाठक एक बार विवादों में घिर गए हैं. 24 मार्च की शाम तक आवासीय प्रशिक्षण के लिए शिक्षकों को रिपोर्टिंग करनी थी. जो इसमें शामिल नहीं हुए उनके एक सप्ताह का वेतन काटने का निर्देश जारी कर दिया गया.
शिक्षकों का अजब विरोध
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है. इसमें शिक्षक मुंह ढक कर अपने शरीर पर लाल रंग से केके पाठक का नाम लिखकर खड़े हैं. उनके पेट पर पाठक जी लिखा हुआ है. यहीं नहीं एक तस्वीर और वायरल हो रही है जिसमें एक शिक्षक गोबर और मिट्टी से सने कपड़ों में क्लास रूम में खड़े हैं.इन दोनों तस्वीरों पर लोग जमकर टिप्पणी कर रहे हैं.
बंधुआ मजदूर बना दिया गया है शिक्षकों को
होली की छुट्टी कटने से नाराज शिक्षकों ने तमाम राजनीतिक दलों के साथ भाजपा और नीतीश को घेरा है. शिक्षकों का कहना है की जो भाजपा पहले शिक्षा विभाग के आदेश को तालिबानी बताती थी वह सत्ता में आने के बाद मौन हो गई है. होली की छुट्टी खत्म करना भाजपा को आज हिंदू विरोधी क्यों नहीं लग रहा है.शिक्षकों ने तो अपने को बंधुआ मजदूर तक कहा है. उनका कहना है कि लोकसभा चुनाव में वे नोटा का बटन दबाएंगे. नीतीश सरकार शिक्षकों पर अत्याचार कर रही है. शिक्षकों ने तस्वीरों को कई राजनेताओं ने टैग करते हुए नीतीश सरकार पर हमला बोला है
तेजस्वी का भाजपा पर हमला
बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक अपने अजीबोगरीब फरमानों और कार्यशैली के लिए हमेशा शिक्षकों के निशाने पर रहे हैं. होली की छुट्टी को लेकर शिक्षकों के साथ सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष ने भी शिक्षा विभाग के आदेश का विरोध कर रहा है. तेजस्वी ने इस मामले में नीतीश सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि पहले भाजपा इसका प्रखर विरोध करती थी , अब क्या हो गया.
तूल पकड़ने लगा वेतन कटौती का मामला
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक कभी शिक्षकों की छुट्टियों में कटौती करने का आदेश निकालते हैं तो कभी स्कूलों के समय को लेकर कथित तौर पर अव्यावहारिक आदेश जारी करते हैं. होली के दिन स्कूल खोल कर और आवासीय प्रशिक्षण के नाम पर 19 हजार से अधिक प्राइमरी शिक्षकों को बुला कर केके पाठक एक बार विवादों में घिर गए हैं. यहीं नहीं इसमें शामिल नहीं होने वाले शिक्षकों के एक सप्ताह का वेतन काटने का आदेश भी दिया गया है. इसका भी जम कर विरोध हो रहा है.
तालिबानी हुक्म का जाप करने वाले आज क्यों हैं मौन
केके पाठक के शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनने के बाद स्कूल की छुट्टी को लेकर विवाद होता रहा है. स्कूल के समय को लेकर भी हंगामा हुआ तो सीएम ने हस्तक्षेप कियाा था. अब होली की छुट्टी के दिन शिक्षकों के प्रशिक्षण का मामला तूल पकड़ रहा है. शिक्षकों के साथ तमाम राजनीतिक दल विराध कर रहे हैं तो शिक्षक का कहना है बिहार में उन्हें बंधुा मजदूर बना दिया गया है. भाजपा को आज शिक्षा विभाग का फरमान तालिबानी क्यों नहीं लग रहा है? होली की छुट्टी खत्म करना भाजपा को आज हिंदू विरोधी क्यों नहीं लग रहा है.