राम और कृष्ण को न मानने की शपथ लेनेवाले दिल्ली सरकार के मंत्री का केजरीवाल ने लिया इस्तीफा, भाजपा ने कहा – यह सिर्फ दिखावा

एक धर्मांतरण कार्यक्रम के दौरान भगवान राम और श्रीकृष्ण के खिलाफ विवादित बयान देने और बौद्ध अनुयायियों को हिन्दु देवी देवताओं को न मानने की शपथ लेने का खामियाजा दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को अपना इस्तीफा देकर चुकाना पड़ा है। मामले में जिस तरह से भाजपा ने सवाल उठाए थे, उसके बाद केजरीवाल सरकार पर दबाव बढ़ गया था कि वह अपने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करें। क्योंकि उनके बयान का बड़ा प्रभाव आनेवाले गुजरात चुनाव पर पड़ता हुआ नजर आ रहा था। वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने इस्तीफा को दिखावा करार दिया है।
दो पन्नों में मंत्री ने कहा मैं नहीं चाहता पार्टी पर आंच आए
अपने पत्र में उन्होंने कहा कि मनुवादी मानसिकता के लोग मुझे और मेरे परिवार को धमकी दे रहे हैं। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं। मैं अपने समाज के हक की लड़ाई आगे भी लड़ता रहूंगा। मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से पार्टी पर कोई आंच आए। उक्त घटना के संबंध में उन्होंने कहा कि मैं 5 अक्टूबर को अंबेडकर भवन, रानी झांसी रोड पर मिशन जय भीम एवं बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा अशोक विजयदशमी के अवसर पर आयोजित बौद्ध धर्म दीक्षा समारोह में समाज का एक सदस्य होने के नाते व्यक्तिगत रूप से शामिल हुआ था। इसका आम आदमी पार्टी और मेरे मंत्रीपरिषद से कुछ लेना-देना नहीं था।
उन्होंने लिखा कि बाबासाहेब के प्रपौत्र राजरत्न अंबेडकर द्वारा बाबा साहेब की 22 प्रतिज्ञाएं दोहराई गईं, जिसे 10 हजार से अधिक लोगों के साथ मैंने भी दोहराया। उसके बाद मैं देख रहा हूं कि भाजपा हमारे नेता अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को निशाना बना रही है, यह मेरे लिए बहुत ही दुखदायी है।
अपना इस्तीफा पत्र ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'आज महर्षि वाल्मीकि जी का प्रकटोत्सव दिवस है एवं दूसरी ओर मान्यवर कांशीराम साहेब की पुण्यतिथि भी है।ऐसे संयोग में आज मैं कई बंधनों से मुक्त हुआ और आज मेरा नया जन्म हुआ है।अब मैं और अधिक मज़बूती से समाज पर होने वाले अत्याचारों व अधिकारों की लड़ाई को बिना किसी बंधन के जारी रखूंगा।
बीजेपी ने उठाए थे सवाल
बता दें कि राजेंद्र पाल गौतम ने धर्मांतरण कार्यक्रम में शामिल हुए थे. जहां उन्होंने हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ विवादित बयान दिए थे। जिसके बाद खूब बवाल मचा था. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने निशाना साधते हुए ट्वीट किया, "दिमाग और प्लान अरविंद केजरीवाल का, ज़ुबान राजेंद्र गौतम की , अब प्लान फेल होने पर अगर मोहरे (राजेंद्र गौतम) ने इस्तीफ़ा दिया है तो mastermind केजरीवाल को भी देना होगा।
नाराज थे केजरीवाल
सूत्रों ने दावा किया है कि सीएम अरविंद केजरीवाल राजेंद्र गौतम से काफी नाराज थे। केजरीवाल को कहीं न कहीं इस बात का डर था कि उनके मंत्री का यह विवादित बयान आनेवाले चुनाव में नुकसान न पहुंचाए।
राम-कृष्ण को ईश्वर न मानने की दिलाईथी शपथ
गौरतलब है कि बीजेपी नेताओं ने जो राजेंद्र गौतम की वीडियो साझा किया है, उसमें बौद्ध संत लोगों को शपथ दिलाते दिखाई दे रहे हैं. शपथ के समय राजेंद्र पाल गौतम मंच पर ही मौजूद दिखाई दे रहे हैं. शपथ में कहा जा रहा है... मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश को कभी ईश्वर नहीं मानूंगा और ना ही उनकी पूजा करूंगा. मैं राम और कृष्ण को ईश्वर नहीं मानूंगा और ना ही उनकी कभी पूजा करूंगा. मैं गौरी गणपति आदि हिंदू धर्म के किसी भी देवी देवताओं को नहीं मानूंगा और ना ही उनकी पूजा करूंगा. बताया जा रहा है कि विजयादशमी के दिन दिल्ली के करोलबाग स्थित आम्बेडकर भवन में राजेंद्र पाल गौतम की उपस्थिति में यह कार्यक्रम हुआ था