बिहार में हिल स्टेशन से कम नहीं है खड़गपुर झील, अभी से जुटने लगी नववर्ष का जश्न मनानेवालों की भीड़

बिहार में हिल स्टेशन से कम नहीं है खड़गपुर झील, अभी से जुटने लगी नववर्ष का जश्न मनानेवालों की भीड़

MUNGER : मुंगेर जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर नए साल का स्वागत करने और पिकनिक एवं सैर सपाटे के लिए खड़गपुर झील तैयार है। यों तो 25 दिसंबर से ही यहां सालानियों का भीड़ उमड़ने लगी है। हर साल पुराने साल की विदाई 31 दिसंबर एवं 1 जनवरी नए साल का जश्न मनाने पिकनिक एवं सैर सपाटा में करने के लिए सैलानी प्रकृति की गोद में बसे खड़गपुर झील का दीदार करने पहुंचते है। 

खड़गपुर झील प्रकृति की आगोश में अपनी नैसर्गिक छटा बिखेरने वाला हवेली खड़गपुर का झील उत्तराखंड, सिक्किम या हिमाचल के किसी हिल स्टेशन से कम नहीं है। यहाँ प्राकृतिक फिजाएं और खूबसूरत पहाड़ी के बीच स्थित खड़गपुर झील की सुरम्य वादियां पर्यटक और सैलानियों को खूब लुभाता है। यहाँ दूर दूर से सैलानी इस झील की मनमोहक फिजाओं का दीदार करने और पिकनिक मनाने पहुंचते है। 

बिहार का नैनीताल माना जाने वाला खड़गपुर झील के समीप पहाड़ी और जंगलों से घिरी हरियाली इसकी खूबसूरती को चार चांद लगाता है। नव वर्ष और मकर संक्रांति में काफी संख्या में सैलानी झील पर पिकनिक को पहुंचते है। हालांकि सालों भर इस सुरम्य स्थल पर प्रकृति प्रेमियों की भीड़ लगी रहती हैं। इसकी नैसर्गिक और प्राकृतिक सुंदरता के दीदार के बाद पर्यटन प्रेमियों को दार्जिलिंग, कश्मीर, मसूरी, नैनीताल की यादें जेहन में जिंदा कर देती है। 

ज़मीन की सतह से लगभग 200 फीट ऊपर पहाड़ों के बीच स्थित इस झील की आवोहवा देखने लायक है। प्रसिद्ध इतिहासकार बुकानन ने खड़गपुर झील की खूबसूरती देख इसकी तुलना स्विट्जरलैंड के किलनरी झील से की है। यू कहां जाए की हवेली खड़गपुर में सैलानियों की पहली पसंद  खड़गपुर झील ही होती है। सुरक्षा की दृष्टि से झील के प्रवेश द्वार पर पुलिस बल तैनात किए गए हैं। वही झील पर आने जाने वाले सभी सैलानियों पर प्रशासन की पैनी नजर है।

मुंगेर से इम्तियाज़ खान की रिपोर्ट

Editor's Picks