भीषण गर्मी में AC गाड़ी छोड़कर पत्नी संग आईएएस एस सिद्धार्थ की बुलेट की सवारी, पटना की सड़कों पर चिलचिलाती धूप में भरा फर्राटा, जानिए सादगी की मिसाल IAS को
पटना. भीषण गर्मी में जहां आम तौर पर अधिकारी एसी गाड़ियों का जमकर इस्तेमाल करते हैं, वहीं अपनी सादगी के लिए प्रसिद्ध एस सिद्धार्थ ने फिर से नई मिसाल पेश की है. पटना की सडकों पर सोमवार को एस सिद्धार्थ बुलेट की सवारी करते नजर आए. इस दौरान उनकी पत्नी विजया लक्ष्मी भी उनके साथ बुलेट पर सवार थी. दंपत्ति ने हेलमेट पहनकर और अन्य सुरक्षा टूल्स भी लगा रखा था ताकि आम लोगों को भी बाइक सवारी के दौरान सुरक्षा के लिए जागरूक किया जा सके.
आईएएस एस सिद्धार्थ बिहार के वरिष्ठ अधिकारियों में शामिल हैं. वह राज्य के गृह सचिव के पद पर थे. हालांकि लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद चुनाव आयोग के आदेश पर उन्हें पद से हटा दिया गया. एस सिद्धार्थ की पत्नी भी आईएएस हैं और बिहार में विभिन्न विभागों में सेवाएं दे चुकी हैं.
चिलचिलाती धूप में एस सिद्धार्थ का निकलना उनकी सादगी की मिसाल का कोई पहला मौका नहीं है. इसके पहले भी कई मौकों पर इसी तरह आम लोगों की जिंदगी जीते दिखे हैं. एस सिद्धार्थ अपनी सागदी के लिए हमेशा से सुर्खियों में रहते आए हैं। बीते दिन भी उनका एक बेहद सादगी भरा तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
सादगी के मिशाल बनें सिद्धार्थ : दरअसल, बीते दिन आईएएस एस.सिद्धार्थ अपना बाल कटवाने के लिए फुटपाथ स्थित सैलून पहुँच गए थे। सैलून पटना के राजवंशी नगर हनुमान मंदिर के पास स्थित है। सुबह एस सिद्धार्थ की गाड़ी दुकान के बाहर रुकी और सैलून मालिक अनिल कुमार शर्मा को कहा कि मेरा बाल काट दीजिए। वहीं इसके पहले भी एस. सिद्धार्थ रात के करीब दस बजे बिना किसी गार्ड और बिना किसी ताम झाम के राजेन्द्र नगर सब्जी मंडी में जमीन पर बैठकर अकेले सब्जी खरीदते देखा गया था।
आम लोगों की तरह लोगों से मिलते आए नजर : वहीं पिछले साल भी डॉ एस सिद्धार्थ गया की सड़कों पर घूमते, रिक्शावाले से बात करते और ठेले पर पूड़ी जलेबी खाते देखे गए थे। कभी एस सिद्धार्थ सब्जी मंडी में दूकानदार से मोलभाव करते दिख जाते हैं तो कभी रिक्शे पर बैठकर गोलगप्पे खाने पहुंच जाते हैं। कभी आईएएस अधिकारी एस सिद्धार्थ चाय की चुस्की लेते नजर आते हैं। तो कभी एक रिक्शे पर बैठकर रिक्शेवाले से बातचीत करते देखे जाते हैं।
वहीं डॉ. एस सिद्धार्थ ने पायलट बनकर प्लेन उड़ाया था। इसके बाद आईएएस डॉ. एस सिद्धार्थ ने प्लेन उड़ाने का अनुभव शेयर किया। सिद्धार्थ ने कहा- '5 अक्टूबर 2023 को मैंने पहली बार अकेले ही विमान उड़ाया। हवा में अकेले उड़ना एक सपना सच होने जैसा था। एक बच्चे के रूप में मैं हमेशा विमान उड़ाने का सपना देखा करता था। अपने मेकैनो-किट का उपयोग करके मैं धातु के हवाई जहाज बनाता था और एक तार से उसे इस उम्मीद में घुमाता था कि वह उड़ जाएगा। कागज के विमान भी एक विकल्प थे, जिन्हें मैंने आजमाया। पतंग उड़ाना मेरा जुनून था।'