शराब बनानेवाली कंपनियों के संगठन ने की बिहार में शराबबंदी वापस लेने की मांग, सीएम नीतीश के सामने रखा बड़ा प्रस्ताव
 
                    PATNA : बिहार में शराबबंदी को लेकर कल सीएम नीतीश कुमार द्वारा समीक्षा बैठक बुलाने की बात कही जा रही है। जिसमें शराबबंदी को लेकर बड़ा फैसला होने की संभावना है। वहीं इन सबके बीच भारत में शराब बनाने की कंपनियों के परिसंघ (सीआईएबीसी) ने बिहार सरकार (Bihar Government) से राज्य में शराबबंदी समाप्त करने का आग्रह किया है. परिसंघ ने रविवार को जारी बयान में कहा कि भारतीय मादक पेय कंपनियों के परिसंघ (संगठन) ने बिहार (Bihar) में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार से राज्य में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) समाप्त करने पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है.
एनडीए में शामिल सभी पार्टियों को लिखा लेटर
एनडीए गठबंधन के घटक दलों- जनता दल युनाइटेड (जेडीयू), बीजेपी, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेताओं को लिखे लेटर में सीआईएबीसी ने कहा है कि बिहार शराबबंदी नीति की भारी कीमत चुका रहा है. राज्य में अवैध और नकली शराब बिक रही है, इस अवैध धंधे में शामिल अपराध गिरोह का उभार हुआ है और सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है.
बता दें बिहार में पिछले पखवारे में लगभग 50 से अधिक लोगों की मौत हुई है। जिसमें बताया गया कि उनकी मौत का कारण नकली शराब का सेवन है। जो कि असली शराब के बोतल में पैककर बेचा जा रहा है। जिसके बाद से ही शराबबंदी को रद्द करने की मांग तेज हो गई है।
 
                 
                 
                 
                 
                 
                                         
                                         
                     
                     
                     
                    