जदयू को लोजपा ने दिया बड़ा झटका, नागालैंड में JDU नेताओं का सामूहिक इस्तीफा, नीतीश से नाता तोड़ चिराग का हाथ थामा

पटना. चिराग पासवान ने एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ा झटका दिया है. नागालैंड में जदयू को लोजपा से बड़ा झटका लगा है. जनता दल यूनाइटेड की नागालैंड इकाई के राज्य एवं जिला कार्यकारिणी के सदस्यों ने बड़ी संख्या में सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. नागालैंड में जनता दल यूनाइटेड की लगभग पूरी राज्य इकाई ने सामूहिक त्यागपत्र देकर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सदस्यता ग्रहण कर ली है. लोजपा की ओर से पार्टी में शामिल हुए सभी नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. जदयू छोड़ने वाले नेताओं में पार्टी के महासचिव (राज्य) किटोहो एस. रोटोखा सहित कई राज्य सचिव, विभिन्न जिलों के अध्यक्ष, युवा विंग के अध्यक्ष, सचिव् सहित कई अन्य राज्य एवं जिला इकाई के नेताओं ने इस्तीफा दिया है.
लोजपा (रामविलास) की ओर से पार्टी में शामिल हो रहे नेताओं का स्वागत करते हुए कहा गया कि पार्टी में आने वाले सभी साथियों का पार्टी में हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है। लोजपा (रामविलास) को पूर्ण उम्मीद और विश्वास है कि जदयू छोड़कर चिराग पासवान की पार्टी में शामिल हुए नेता नागालैंड में पार्टी के विचारों और सिद्धांतो को जन - जन तक पहुंचाने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे। लोक जनशक्ति पार्टी (रा.) नागालैंड के समुचित विकास और नागा मुद्दे को लेकर प्रतिबद्ध है।
दरअसल, नागालैंड में विधानसभा का चुनाव हो रहा है. इस चुनाव में जदयू ने भी उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है. जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने नागालैंड में 29 और 30 जनवरी को राज्य का दौरा भी किया था. जदयू नागालैंड में करीब 14 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. लेकिन इन सबके बीच जदयू को लोजपा (रामविलास) ने बड़ा झटका दे दिया है. जदयू के नागालैंड इकाई से जुड़े 29 नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अब चिराग पासवान की पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है.
जदयू की कोशिश 27 फरवरी को हो रहे विधनासभा चुनाव में नागालैंड में कम से कम छह फीसदी वोट लाने और 4 विधानसभा सीटें जीतना है. अगर ऐसा होता है तो जदयू के राष्ट्रीय पार्टी बनने का रास्ता आसन हो जाएगा. लेकिन इसके पहले ही अब जदयू को अब बड़ा झटका लग गया है. जेडीयू ने 2018 में 13 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन एक ही सीट जीतने में सफल रही. जेडीयू को बिहार, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त है यदि नागालैंड में पार्टी को तीन से अधिक सीटें या छह प्रतिशत वोट प्राप्त आते हैं, तो पार्टी राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त कर लेगी. 2003 में जेडीयू ने दो सीटें और 5.8 प्रतिशत वोट जीते थे, लेकिन 2008 में पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही. 2013 और 2018 में उसे एक सीट पर जीत मिली थी.