मुजफ्फरपुर नाव हादसा : नेता प्रतिपक्ष का लोगों ने किया जमकर विरोध, कहा पुल दीजिये तब गाँव आईयेगा, उल्टे पाँव लौटे विजय सिन्हा

MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर में गुरुवार को दर्दनाक नाव हादसा हो गया। जिसके बाद मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था। वहीँ पीड़ित परिवारों में चीख पुकार मच गई थी। हालाँकि घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंची एनडीआरफ, एसडीआरएफ और गोताखोर की टीम ने तकरीबन 20 घंटे की रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद अभी तक चार डेड बॉडी को बरामद किया है। जबकि अभी भी दर्जनों लोग लापता हैं। 

आपको बताते चले कि पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट प्रखंड के भटगामा गांव का है। जहां बच्चे अपने घर से स्कूल जाने के लिए निकले थे तो वहीं कुछ लोग राशन लाने के लिए नाव से बागमती नदी पार कर रहे थे। इसी बीच नाव एक पुल से टकरा गई और अनियंत्रित होकर बागमती नदी के तेज धार में पलट गई। जिस घटना में अभी भी तकरीबन दर्जनों लोग लापता है। 

बता दें कि गुरुवार को एक तरफ मुजफ्फरपुर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच पहुंचे थे और विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ उनके कार्यक्रम स्थल से महज 30 किलोमीटर की दूरी पर एक नाव दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिसमें दर्जनों लोग बागमती नदी की तेज धार में समा गए। जिनका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।  वही आज बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे। जहां उन्हें आक्रोशित लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। 

बाद में उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जहां एक तरफ मुजफ्फरपुर में विकास की समीक्षा कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ इतना बड़ा नाव हादसा हो गया। लेकिन वह पीड़ित परिवार से मिलने तक नहीं पहुंचे। साथ ही उन्होंने कहा कि आजादी के 76 वर्ष बाद भी बिहार के कई ऐसी जगह हैं। जहां लोग आज भी चचरी पुल और नाव के सहारे अपने जान को जोखिम में डालकर अपना जीवन यापन करते हैं तो फिर यह बिहार में विकास कैसा।

मुजफ्फरपुर से मणिभूषण की रिपोर्ट