नीतीश को लालू के 'आशीर्वाद' की जरूरत नहीं ! 'कुशवाहा' ने जगदानंद के 'विजयी टीका' वाले बयान को किया खारिज

PATNA: जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने राजद विधायक सुधाकर सिंह के बाद उनके पिता व राजद के प्रदेश जगदानंद सिंह के बयान की भी खिल्ली उड़ाई। साथ ही यह बता दिया कि नीतीश कुमार को पीएम बनने के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के आशीर्वाद की जरूरत नहीं। कुशवाहा ने लालू प्रसाद का नाम लिए बिना साफ कहा कि नीतीश कुमार को आगे बढ़ने के लिए किसी व्यक्ति के आशीर्वाद की नहीं बल्कि जनता के आशीर्वाद की जरूरत है। 

लालू प्रसाद के आशीर्वाद को कुशवाहा ने किया खारिज 

उपेन्द्र कुशवाहा ने जेडीय़ू प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए ये बातें कही। जगदानंद सिंह ने शुक्रवार को लालू प्रसाद द्वारा नीतीश कुमार को दिए आशीर्वाद का खुलासा किया तो अगले दिन ही जेडीयू संसदीय़ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उके दावों की हवा निकाल दी। नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री बनने के लिए लालू यादव का आशीर्वाद मिलने के जगदानंद सिंह के बयान पर उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति का नहीं बल्कि जनता के आशीर्वाद से नीतीश कुमार आगे बढ़ेंगे. विपक्षी एकता के लिए नीतीश कुमार पहल किए हैं. यह जरुर है कि नीतीश कुमार इसके लिए सबसे सहयोग लेंगे.

लालू प्रसाद ने नीतीश को लगाया है विजय टीका-जगदानंद 

बता दें, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा था कि नीतीश कुमार देश का नेतृत्व करेंगे. इसको लेकर लालू प्रसाद यादव ने पहले ही टीका लगा दिया है. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देवगौड़ा और गुजराल को बैठाया. पहले भी कह चुका हूं कि बिहार देश में बदलाव करता रहा है और आगे भी बदलाव करेगा. लालू यादव नीतीश कुमार को पहले ही आशीर्वाद दे चुके हैं और लालू यादव का आशीर्वाद कोई साधारण नहीं है. उनके हृदय से निकला हुआ आवाज साबित होता है. कर्मठ नेता का आशीर्वाद है. लालू यादव तो पहले ही नीतीश कुमार को विजय का टीका लगा चुके हैं, वो टीका मौजूद है, लेकिन दिखता नहीं होगा. आशीर्वाद दिल्ली तक का रास्ता सुलभ करेगा. 

जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर से राजद नेता सुधाकर सिंह को आड़े हाथों लिया. उन्होंने शनिवार को कहा कि हमारे नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कोई अपमान करे यह हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. बिहार के लाखों करोड़ों लोगों का भरोसा नीतीश कुमार में है. हमारे नेता के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की जाए यह हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने सुधाकर सिंह को लेकर कहा कि उनके बयान से वे लगातार आहत हुए हैं. इसलिए उन्होंने सार्वजनिक रूप से इसे लेकर बातें कही.सुधाकर के बयान पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि न सिर्फ सुधाकर बल्कि राजद के प्रवक्ता की प्रतिक्रिया भी कुछ उसी भाषा में रही.  ऐसे में लगता में है कि दोनों के लिए एक ही जगह से स्क्रिप्ट लिखी गई हो. यह बिल्कुल गलत है.उन्होंने कहा कि संक्रांति तक हमें इंतजार करना चाहिए कि राजद अपने नेता सुधाकर के  खिलाफ कार्रवाई करता है या नहीं. उसके बाद आगे की स्थिति देखी जाएगी.