नीतीश सरकार ने जीता विश्वास मत, महागठबंधन ने विधानसभा में हासिल किया बहुमत, भाजपा को जमकर लताड़ा

पटना. नीतीश सरकार ने ध्वनिमत से विश्वास मत जीत लिया है. बुधवार को विधानसभा में दो घंटे से ज्यादा समय तक चली चर्चा के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन ने बड़े बहुमत के साथ जीत हासिल की. इसके साथ ही नीतीश सरकार की नई पारी पर सदन ने मुहर लगाई. इसके पूर्व सीएम नीतीश ने अपने उद्बोधन के दौरान बिना नाम लिए ही पीएम मोदी की नीतियों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जो केंद्र में आए हैं वे काम नहीं सिर्फ प्रचार करते हैं. हर घर जल योजना को लेकर किस प्रकार से केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को प्रलोभन देकर योजना को अपनी उपलब्धि बताने की कोशिश की उसका भी नीतीश ने जिक्र किया. 

वहीं इस दौरान भाजपा पर हमलावर हुए नीतीश को बीच में भाजपा सदस्यों ने खूब टोकाटाकी की और बाद में भाजपा के सदस्य सदन वॉक आउट कर गए. वहीं नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार को घेरते हुए बिहार की उपेक्षा करने के लिए पीएम मोदी को जमकर लताड़ा. जल योजना को लेकर किस प्रकार से केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को प्रलोभन देकर योजना को अपनी उपलब्धि बताने की कोशिश की उसका भी नीतीश ने जिक्र किया. ‘


उन्होंने आरसीपी सिंह का नाम लिए बिना उन पर भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगाया. साथ ही 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान को आगे कर भाजपा ने जो जदयू के खिलाफ साजिश रची उसका भी नीतीश ने सदन में जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग सच सुनना नहीं चाहते हैं इसलिए सदन से वॉक आउट कर गए. 

वहीं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा को जमकर लताड़ा. उन्होंने कहा कि जब बीजेपी राज्य में डरती है या हारती है, तो वह अपने तीन 'जमाई', सीबीआई, ईडी और आईटी को आगे रखती है. तेजस्वी ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा क्षेत्रीय पार्टी खत्म करने की बात करते हैं. तो हम लोगों के पास यहीं उपाय था. हम देश को टूटने नहीं देंगे. झुकने नहीं देंगे. हम सब एक ही परिवार के लोग हैं. 

उन्होंने कहा, हम समाजवादी विचारधारा के लोग हैं. हम लोगों के खेत में आप फसल उगाने का सोच रहे हैं. तो ऐसा नहीं होने देंगे. हमारी पार्टी पुरखों की है, हमारे पास ही रहेगी. उन्होंने कहा कि सत्ता जाने से भाजपा बेचैन है. हम भाजपाइयों से जानना चाहते हैं कि ऐसा कौन सा तिलिस्म है, जो ये सत्ता पर रहते हैं तो मंगल राज रहता है. आउट होते ही जंगलराज.