कौन बनेगा पटना साहिब का सरदार? नंद किशोर यादव के खिलाफ महागठबंधन से प्रवीण सिंह कुशवाहा मैदान में..

पटनाः राजधानी पटना की पटना साहिब सीट काफी हाई प्रोफाइल सीट मानी जाती है।इस सीट से भाजपा के कद्दावर नेता और कई बार से लगातार चुनाव जीतते आ रहे नंदकिशोर यादव एक बार फिर से मैदान में हैं। 2015 के विधान सभा चुनाव में नंदकिशोर यादव काफी कम मार्जिन से चुनाव जीते थे।इस बार महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार उतारा है।कांग्रेस की तरफ से प्रवीण सिंह कुशवाहा चुनावी मैदान में होंगे.नेतृत्व की तरफ से सिंबल मिलने के बाद प्रवीण कुशवाहा ने महावीर मंजिर जाकर भगवान के दरबार में मत्था टेका और आशीर्वाद लिया.
कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता हैं प्रवीण सिंह
पटना शहर की सीट पर चौंकाने वाला नाम सामने आया है। भागलपुर के नेता प्रवीण कुशवाहा को पटना साहिब से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया है. प्रवीण सिंह कुशवाहा पूर्व एआईसीसी सदस्य रह चुके हैं। वर्तमान में वे बिहार कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। भागलपुर से कांग्रेस की हर जिम्मेवारी को उठाते हुए बिहार प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय रहे।
प्रवीण कुशवाहा देश स्तर के कई आंदोलन में भी सक्रिय रहे हैं और अपनी भूमिका निभाई है। जानकार बताते हैं कि प्रवीण सिंह जमीन से जुड़े नेता हैं और कार्यकर्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। प्रवीण सिंह ने राजनीति की शुरूआत छात्र जीवन से ही कर दी थी। वे सरकार के खिलाफ हर मुद्दे पर हल्ला बोल की राजनीति की है। छात्र संघ में मजबूत पकड़ बनाने वाले प्रवीण सिंह को पटना साहिब का उम्मीदवार बनाए जाने पर युवाओं में जोश और उत्साह देखने को मिल रहा है।
प्रवीण सिंह ने न्यूज4नेशन से सिंबल मिलने के बाद पहली बातचीत में कहा कि चुनावी मैदान में यह नहीं देखा जाता कि सामने वाले का कद कितना बड़ा है। कौन कितना बड़ा मंत्री है। जनता बदलाव के मूड में है । तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन एकजुट है और जनता परिवर्तन चाहती है। सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ लोगों में भारी नाराजगी है। पटना साहिब का टिकट मिलने के बाद महागठबंधन के सभी नेता एकजुट होकर रण में विजय दिलाने की रणनीति तैयार कर चुके हैं।