नांलदा में केमिकल से सोना बनाने और पैसे डबल करने वाले ठग गिरोह का पुलिस ने किया खुलासा, चार ठगों को किया गिरफ्तार

नांलदा में केमिकल से सोना बनाने और पैसे डबल करने वाले ठग गिरोह का पुलिस ने किया खुलासा, चार ठगों को किया गिरफ्तार

NALANDA: नालंदा के लहेरी थाना पुलिस ने पैसे डबल करने और केमिकल से सोना बनाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने 4 बदमाश को गिरफ़्तार किया है। यह कार्रवाई बिहारशरीफ और पटना जिला के मरांची थाना इलाके में की गयी। आरोपियों के पास पुलिस ने एक सूटकेस में कागज के बंडल के ऊपर 100 का नोट रखा हुआ बरामद किया है। देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा कि रुपए से भरा सूटकेस है। मगर उसमें पुलिस को मात्र 3200 रुपए मिले हैं। 

वहीं 100 के नोट को कागज के बंडल के ऊपर इस तरह से रखा गया था कि पूरा बंडल समझ में आये।  गिरफ़्तार आरोपियों में शेखपुरा जिला के शेखूपुरसराय निवासी योगेश्वर पासवान का पुत्र निरंजन प्रसाद, नालंदा जिला के मुर्गियाचक निवासी स्व मुन्ना पासवान का पुत्र रविकांत पासवान, पटना जिला के मरांची थाना इलाके के निवासी रामपुर डुमरामा निवासी अर्जुन सिंह  का पुत्र रविंद्र कुमार और विष्णु कुमार शामिल है। 

मामले को लेकर सदर डीएसपी नुरुल हक़ ने बताया कि दीपनगर थाना मेहरपर निवासी विनोद चौधरी ने अपने एक रिश्तेदार समेत 4 लोगों पर दो महीने में रुपए डबल करने और केमिकल से सोना बनाने का झांसा देकर 12 लाख ठगी का मामला दर्ज कराया था।  जिसमें उनका आरोप था कि जब 2 महीने बीत जाने के बाद उनका रुपया डबल नहीं हुआ तो जब उन लोगों से रुपए मांगने गए तो उन लोगों ने कहा कि सिंगापुर से अभी केमिकल नहीं आया है, केमिकल आने के बाद सोना बनने के बाद रुपए लौटा दिए जाएंगे। केमिकल देने के बदले और 5 लाख रुपए की मांग करने लगा इसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ और लहरी थाना में मामला दर्ज कराया।

डीएसपी ने कहा कि, भरावपर इनका मोबाइल का दुकान है अक्सर आरोपित यहीं पर आकर रुपए दुगना करने का झांसा दिया करता था।  इसी झांसे में दुकानदार आ गए और उन्होंने 12 लाख इन लोगों को दे दिया। लोग इसकी चिकनी चुपड़ी बातों और नोटों का बंडल देखकर इनके झांसे में आ जाते हैं। और अपनी गाढ़ी कमाई लुटा देते हैं । ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है ।छापेमारी टीम में थानाध्यक्ष दीपक कुमार, दरोगा धर्मेंद्र कुमार रणधीर कुमार अनिल कुमार के अलावा शास्त्रबल के जवान शामिल थे।

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