Bihar Flood: क्या चीन वाले फार्मूले से बिहार के बाढ़ का निकलेगा उपाय? जानें प्रशांत किशोर ने क्या कुछ कहा

Bihar Flood: क्या चीन वाले फार्मूले से बिहार के बाढ़ का निकलेगा उपाय? जानें प्रशांत किशोर ने क्या कुछ कहा

Bihar Flood: इस समय बिहार राज्य के 16 जिलों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। हालांकि, ये पहली बार नहीं है, जब बिहार में बाढ़ देखने को मिल रहा है। ऐसा हर साल होता है, जब कोसी, बागमती, गंडक, जैसी नदियां अपने उफान में रहती है। इस पर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर से पूछा गया कि हर साल बाढ़ क्यों आती है। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में जल प्रबंधन की योजना नहीं है। यही कारण है कि बिहार के 38 में से आधा जिला बाढ़ की चपेट में आ जाता है। पीके ने का कि राज्य की लगभग 50 फीसदी जमीन ऐसी है, जहां बाढ़ का जोखिम है। 30 प्रतिशत जगहों पर स्थायी जलजमाव की स्थिति हमेशा बनी रहती है। 25 से 27 फीसदी सूखे की चपेट में है।

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर बाढ़ से निपटने के लिए देश के पड़ोसी मुल्क चीन के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले फॉर्मुला का बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने नदियों का ग्रिड बनाकर बाढ़, सूखे और जल जमाव की समस्याओं का हल निकाला है। हमें भी कुछ ऐसा ही करना चाहिए, जिसे ऐसी दिक्कत हल हो जाए। उन्होंने आगे कहा कि पूरे बिहार को देखा जाए, तो उत्तर बिहार के तराई वाले क्षेत्रों में आने वाले जिला जैसे पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर,  दरभंगा, मधुबनी, सुपौल,  किशनगंज अररिया में बाढ़ और नदियों के कटाव की समस्याएं प्रमुख हैं। इसके उल्ट  सिवान, गोपालगंज,   वैशाली, छपरा, खगड़िया और समस्तीपुर, बेगूसराय जैसे जिलों में बाढ़ की तुलना में जलजमाव की समस्या अधिक गंभीर है।

सुराज का विजन डॉक्यूमेंट जारी किया जाएगा

प्रशांत किशोर का कहना है कि राज्य में मौजूद हर जिले के पंचायत और प्रखंड में हजारों एकड़ जमीन ऐसी है, जहां हमेशा पानी जमा रहता है। वहीं दक्षिण बिहार में सूखे की समस्या बनी हुई है। वहां पानी नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने बताया कि  जब जन सुराज का विजन डॉक्यूमेंट जारी किया जाएगा। जिसमें बाढ़ के बारे में कोई अलग से योजना नहीं होगी। बल्कि जल प्रबंधन से संबंधित सारी योजना एक साथ पेश की जाएगी। इसमें जल संबंधित हल परेशानी का हल निकाला जाएगा। इसमें सूखा, बाढ़ हर प्लान की जानकारी होगी। अलग-अलग योजनाओं के बजाय इंटीग्रेटेड प्लान होगा, जिसमें हर समस्याओं का एक साथ समाधान निकाला जाएगा।

Editor's Picks