सरफराज आलम का दर्द-ए-दिल, लालू के करीबी तस्लीमुद्दीन के बड़े बेटे ने रो रो कहा-आप माने या न माने मेरे कातिल आप हैं
अररिया- से राजद के का टिकट कटने पर पूर्व सांसद एवं मरहूम तस्लीमुद्दीन के पुत्र सरफराज आलम भावुक हो उठे और खुले मंच पर रोने लगे।राजद का टिकट सरफराज आलम के बदले उनके छोटे भाई शाहनवाज आलम को दिए जाने के बाद अपने आवास के बगल में खाली पड़े मैदान में उन्होंने समर्थकों के साथ बैठक की और जमकर राजद सुप्रीमो सहित तेजस्वी प्रसाद पर अपना भड़ास निकाली. उन्होंने खुद को तस्लीमुद्दीन का उत्तराधिकारी बताते हुए राजद की ओर से छपने की बात करते हुए रो उठा. सरफराज आलम ने कहा कि बिहार खासकर सीमांचल का मुसलमान राजद का बंधुआ मजदूर नहीं है.
राजद ने मुसलमानो का हमेशा वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है. पूर्व सांसद सरफराज आलम के द्वारा ईद मिलन सह कार्यकर्ता समारोह का आयोजन किया गया था।मौके पर जिला भर से आए सरफराज समर्थक ने अपने संबोधन में तेजस्वी और लालू यादव पर टिकट बेचने का आरोप लगाया।मौके पर पूर्व सांसद सरफराज आलम ने कहा कि वर्तमान राजद प्रत्यासी अनुकंपा वाले नेता हैं।उन्होंने कहा की सरफराज आलम सीमांचल गांधी तस्लीमउद्दीन का पुत्र है जिसके डीएनए में चापलूसी और जी हजूरी नही है।उन्होंने कहा तेजस्वी यादव के हिटलरशाही को सीमांचल के मुसलमान बर्दास्त नही करेंगे।
पूरे बिहार में सिर्फ अपने परिवार को टिकट दिया बाकी जगहों पर टिकट बेचने का काम किया है।मेरे साथ राजद ने सिर्फ धोखा ही नही दिया बल्कि पीठ में छुरा घोपने का काम किया है।सरफराज ने कहा राजद ईडी और सीबीआई के भय से भाजपा की बी टीम बनकर काम कर रही है।सरफराज आलम ने कहा मेरे लहजे में जी हजूरी नही है,इससे ज्यादा मेरा कुसूर क्या था.एल।उन्होंने कहा जमीर बेचकर मैं राजनीति नहीं करता।