बिजली बिल नहीं भरने वालों पर सख्ती, साउथ बिहार में सवा लाख उपभोक्ताओं का कटा कनेक्शन
बिजली आपूर्ति कंपनियों ने समय पर बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। हर महीने करीब एक से डेढ़ हजार उपभोक्ताओं का बिजली कनेक्शन काटा जा रहा है, जो अपने बिलों का भुगतान नहीं कर रहे हैं। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (एसबीपीडीसीएल) के आंकड़ों के मुताबिक, इस वित्तीय वर्ष के शुरुआती चार महीनों (अप्रैल से अगस्त) में प्रतिदिन औसतन 797 उपभोक्ताओं का बिजली कनेक्शन काटा गया। कुल मिलाकर इस अवधि में 1,21,965 उपभोक्ताओं का कनेक्शन बकाया भुगतान नहीं करने के कारण काटा गया है।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक महेन्द्र कुमार ने बताया कि बकाया वसूली को लेकर कंपनी का अभियान लगातार जारी है। अप्रैल से अगस्त के बीच बकाया भुगतान नहीं करने पर कंपनी ने 1.21 लाख से अधिक उपभोक्ताओं का कनेक्शन काटा। इसके साथ ही इसी अवधि में छापेमारी अभियान भी चलाया गया, जिसमें 13,195 उपभोक्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई और जुर्माने के रूप में 38.90 करोड़ रुपये की राशि तय की गई। अब तक 27.19 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है, जो कंपनी की बकाया वसूली की दिशा में बड़ी सफलता मानी जा रही है।
एमडी महेन्द्र कुमार ने यह भी बताया कि उपभोक्ताओं को घर बैठे बिजली कनेक्शन देने की सुविधा के तहत इस वित्तीय वर्ष (अप्रैल से अगस्त) में 2,31,757 उपभोक्ताओं को नया विद्युत कनेक्शन दिया गया है। कंपनी स्मार्ट मीटर लगाने की दिशा में भी तेजी से काम कर रही है, और अब तक साउथ बिहार में 21 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये जा चुके हैं, जो कुल चालू उपभोक्ताओं का 31% है। स्मार्ट मीटर की इस पहल से बिजली की चोरी रोकने और बिलिंग की सटीकता में सुधार की उम्मीद है।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की आमदनी में भी इस साल बढ़ोतरी देखी गई है। एमडी ने बताया कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में अगस्त तक कंपनी को 3,570 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष (2023-24) की इसी अवधि में 3,294 करोड़ रुपये की आय हुई थी। इस प्रकार, कंपनी की आय में 276 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की गई है। कंपनी को उम्मीद है कि इस वर्ष साउथ बिहार में कुल मिलाकर 1,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी होगी, जबकि नॉर्थ बिहार को मिलाकर कंपनी की कुल आय में 2,000 करोड़ रुपये की वृद्धि होने की संभावना है।