गलवान घाटी में शहीद जवान के पिता को जेल में डालने पर भड़के सुधाकर सिंह, कहा - पुलिस के कदम को बताया दुर्भाग्यपूर्ण

PATNA : गलवान घाटी में शहीद हुए जवान के पिता को रंगदारी के मामले में साजिशपूर्ण तरीके से जेल में डालने की घटना का मामला विधानसभा पहुंच गया है। जहां सदन के अंदर तमाम विपक्षी विधायकों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया है। भाजपाई विधायक पुलिस की इस कार्रवाई को शहीदों का अपमान बता रहे हैं। वहीं नीतीश सरकार की कई बार परेशानी खड़ी कर चुके राजद विधायक सुधाकर सिंह ने भी पुलिसिया कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।

सुधाकर सिंह ने कहा यह बिल्कुल गलत कार्रवाई है। यह नहीं होना चाहिए था। कोई अगर देश के लिए शहीद हुआ है, तो उसके लिए दो गज जमीन सरकार की तरफ से करनी चाहिए थी और अगर कुछ गलत भी हुआ था तो उसे बातचीत के जरिए सुलझा लेना चाहिए था। 

तुलसीदास का विरोध, श्रीराम का नहीं

सुधाकर सिंह ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान को लेकर कहा कि उनका विरोध रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास के प्रति है। तुलसीदास का नजरिया समाज के कुछ लोगों के प्रति सही नहीं था। यह विरोध तुलसीदास के समाज के कुछ जातियों के प्रति लिखी सोच के प्रति है। श्रीराम के अस्तित्व और कृतित्व सवाल नहीं उठा रहे हैं। उनमें हम सबकी आस्था है।

शहीद का किया अपमान

दरअसल, शनिवार की देर रात जन्दाहा थाना के चकफतह निवासी शहीद सैनिक जय किशोर सिंह के पिता राज कपूर सिंह को पुलिस घसीटते व पीटते गिरफ्तार कर ले गई।चौंकाने वाली बात यह कि पुलिस ने जिस मामले में शहीद के पिता को गिरफ्तार किया उसकी जानकारी परिवार को ही नहीं है। परिजनों का आरोप है कि सरकारी जमीन पर प्रस्तावित शहीद का स्मारक बनने से रोकने के लिए स्थानीय व्यक्ति अनुसूचित जाति के हरिनाथ राम ने एससी एसटी एक्ट के तहत झूठा मुकदमा किया था।