सुधाकर सिंह ने छुपाई 150 करोड़ की संपत्ति ! बक्सर से राजद प्रत्याशी पर ददन पहलवान का बड़ा खुलासा

BUXAR: राजद प्रत्याशी सुधाकर सिंह पर चुनावी हलफनामा में लगभग 150 करोड़ की सम्पति छुपाने का आरोप ददन पहलवान और पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता निरंजन सिंह के द्वारा लगाया गया है। जिसके बाद राजद प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने ददन पहलवान को घेरते हुए कहा कि, बिना नीति सिद्धान्त वाले नेता को चुनाव लड़ने की क्या जरूरत है। मेरे खिलाफ जनता की अदालत से लेकर कानूनी अदालत में जाकर आरोप लगाए या फिर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाये उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। भोजपुरी की एक कहावत है कि “खेलब न खेले देब खेलिए बिगाड़ब” वही हाल इस निर्दलीय प्रत्याशी की है। न कोई नीति है न कोई सिद्धान्त है वैसा व्यक्ति क्या मेरा मुकाबला करेगा। इस लोकसभा क्षेत्र में कोई टक्कर में नहीं है।

क्या कहते है सुधाकर सिंह

निर्दलीय प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने कहा कि आरोप लगाने वाले को चुनाव लड़ने की क्या जरूरत है। वह स्वतंत्र है जनता की अदालत में जाये या सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाये ऐसे नेता की मैं बात ही नहीं करता जिसका कोई नीति और सिद्धान्त ही नहीं है।वहीं राजद प्रत्याशी के बचाव में उतरे राजद के प्रदेश महासचिव गौतम शाश्वत ने ददन पहलवान और हाईकोर्ट के अधिवक्ता निरंजन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि, जिस अधिवक्ता निरंजन सिंह के द्वारा सम्पति छुपाने का आरोप सुधाकर सिंह पर लगाया जा रहा है उस अधिवक्ता को अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए कि लड़कियों की छेड़खानी के मामले में उस अधिवक्ता को हाईकोर्ट के परिसर में भी प्रवेश करने पर रोक लगाए गया है. जिसका पूरा दस्तावेज उपलब्ध है बार काउंसिल से सस्पेंड वकील इस तरह की बात कर रहा है जनता सब समझती है।

अपने दामन में झांके ददन

वहीं निर्दलीय प्रत्याशी ददन पहलवान पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि हाल ही में उनका बेटा 2 हजार के नोट को संग्रह करने में पकड़ाया था। ददन पहलवान बताए कि क्या उनके घर में रिजर्व बैंक का ट्रेजरी चलता है जो दो हजार का नोट संग्रह करा रहे थे। गौरतलब है कि राजद प्रत्याशी सुधाकर सिंह पर सम्पति छुपाने का आरोप ददन पहलवन एवं पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता निरंजन सिंह के द्वारा लगाए जाने के बाद राजद के नेता ददन पहलवान पर चौतरफा हमला करना शुरू कर दिया है। जिससे बक्सर की सियासी पारा सातवे आसमान पर पहुँच गया है।

बक्सर से संदीप वर्मा की रिपोर्ट