दरभंगा में नहीं थम रहा भूमि विवाद, सरकार की लाख कोशिश के बाद भी नहीं सुलझ रहे मामले , अब कल्पना सिनेमा के जमीन का फंसा गया पेच
दरभंगा : राज्य सरकार के निर्देश पर प्रत्येक शनिवार को थानों में जनता दरबार का आयोजन कर भूमि विवाद की सुनवाई की जाती है। ताकि जमीनी विवाद की संख्या में कमी हो। लेकिन सरकार के सकारात्मक पहल के वावजूद जमीनी विवाद घटने के बदले दरभंगा जिला में बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामला विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के कल्पना सिनेमा हॉल से जुड़ा है।
शनिवार को थाना पर आयोजित जनता दरबार मे कल्पना सिनेमा के जमीन के दो दावेदार राज कुमार महतो और अनिल कुमार पंजियार पहुंचे। दोनों पक्षो ने आयोजित जनता दरबार मे अपना अपना पक्ष रखा। एक पक्ष राज कुमार महतो ने कहा कि यह जमीन हमारी ख़ातियानी जमीन है। जबकि कल्पना सिनेमा के मालिक अनिल कुमार पंजियार ने कहा कि इस जमीन को हमारे पूर्वज के द्वारा लिया गया है। जिसके बाद अंचल से पहुंचे कर्मी ने एक माह के अंदर अपने अपने कागजात के साथ जनता दरबार मे आने को कहा।
वहीं राजकुमार महतो के पुत्र पप्पू कुमार ने कहा कि लगभग 10 साल से अपने खतियान की जमीन को लेकर अनिल कुमार पंजियार के घर हम लोग दौड़ रहे हैं। आखिर हमारे पूर्वज की जमीन उनलोगो को कैसे प्राप्त हुआ। उन लोगों का कहना है कि उन्हें यह जमीन उन्हें कवाला से प्राप्त हुआ है। कवाला की मांग करने पर वो लोग नहीं दिखा रहे हैं। हम लोगों को कहना है कि आप इस जमीन का कागज दिखा दीजिए और अपना काम करवा लीजिए। जिसपर उन्होंने कहा कि जमीन का पेपर शनिवार को थाना पर दिखा देंगे।
हमलोग अपने कागज के साथ थाना पर पहुंचे हैं तो वो लोग अपना कागज नहीं दिखा रहे है। फिर से एक महीना का समय मांग रहे हैं। हम लोगों को लगता है कि अब ये लोग जमीन का फर्जी कागज बनवाकर हम लोगों को परेशान करने का काम करेंगे।
वहीं कल्पना सिनेमा के मालिक अनिल कुमार पंजियार ने कहा कि कल्पना सिनेमा परिसर का बाउंड्री वॉल करवाने जा रहे थे। उसी क्रम में कुछ लोग आए और काम को रोक दिया। जिसके बाद काम को बंद कर हमलोग घर लौट गए। जिसके बाद राजकुमार महतो व उनके परिवार के सदस्य अमीन को बुलवाकर जमीन की मापी करवाने लगे। इसके बाद हम लोगों ने डायल 112 को फोन कर बुलवाया। तो उन्होंने काम पर रोक लगाकर थाना पर जाने की बात कही। उसी को लेकर आज हम लोग थाना पर आए हैं।
कल्पना सिनेमा का शुभारंभ 1983 में हुआ। तथा 27 साल से सिनेमा हॉल बंद है। लगभग 80 साल से कल्पना सिनेमा हॉल की जमीन हमारे कब्जे में है। इस दौरान कोई आदमी किसी प्रकार का दावा करने नहीं आया। यह जमीन हमारे पूर्वज के द्वारा कवाला लिया गया था।
वही कल्पना सिनेमा के जमीन पर अपना दावा कर रहे राजकुमार महतो ने कहा कि कल्पना सिनेमा जिस जमीन पर बना है। वह जमीन हमारे पूर्वजों का है। जिसका खतियान हमारे पास है। हमलोग अपने परिवार के साथ लंबे समय से सिल्लीगुड़ी में रहते थे। उसी क्रम में हमलोगों की 1 कट्ठा से अधिक जमीन पर कब्जा हो गया। जब हमलोग वहां से लौटे और अपनी जमीन की खोजबीन शुरू किया तो, पता चला कि जिस जमीन पर कल्पना सिनेमा बना है। उसका जमीन का अगला हिस्सा हमलोगो का है।
जब हमलोग पंजियार परिवार से वार्ता कर नापी करवाने लगे तो उन लोगों पुलिस को बुला लिया। आज जब हम लोग थाना पर अपना कागज लेकर पहुंचे हैं तो अनिल कुमार पंजियार अपने कागज को प्रस्तुत करने के लिए एक महीने का समय मांग रहे हैं।
रिपोर्ट- वरुण कुमार ठाकुर