पिपरा-पिपरासी तटबंध के लिए बनी लाइफ लाइन हो गई ध्वस्त, लोगों में भय का माहौल, गंडक नदी के कोप से बचाने के लिए प्रशासन से लगा रहे गुहार

पिपरा-पिपरासी तटबंध के लिए बनी लाइफ लाइन हो गई ध्वस्त, लोगों में भय का माहौल, गंडक नदी के कोप से बचाने के लिए प्रशासन से लगा रहे गुहार

BAGAHA: खबर प•चम्पारण के बगहा से है। जहां गंडक नदी से बचाने के लिए लाइफ लाइन माने जाने वाले पिपरा-पिपरासी तटबंध पर एक बार फिर खतरा मंडराने आने लगा है। पिपरा पिपरासी तटबंध के रंगललही के समीप गंडक नदी में बने सुरक्षा नोज हिस्सा ध्वस्त हो गया है। जिसके बाद लोगों में भय का माहौल है। 

पौने चार करोड़ की लागत से तटबंध को बचाने के लिए यह सुरक्षा बांध बनाया गया था। हालांकि मौके पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के द्वारा लगातार मरम्मत कार्य कराया जा रहा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मरम्मत कार्य कराया जा रहा है। बहुत जल्द कटाव को रोक लिया जाएगा। वहीं कटाव की सूचना पर वाल्मीकिनगर के जदयू विधायक रिंकू सिंह ने ध्वस्त हुए नोज का निरीक्षण किया और अनियमिता को देखकर भड़क गए।

विधायक ने संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि अभियंता और संवेदक मिलकर सरकार को बदनाम कर रहे है। बताया जाता है कि गंडक नदी का दबाव लगातार इस बिंदु पर बना हुआ है। जिसके कारण सीधे तौर पर इस तटबंध पर दबाव है। जियो बैग की जगह अन्य प्रकार के बोरी में बालू भरा था जो पानी के दबाव से फट गया था जो की घोर अनियमितता बताया और पैसे का बंदरबांट कर सरकार को बदनाम करने की साजिश है। 

वहीं जल संसाधन विभाग के एक्सपर्ट अब्दुल हमीद ने बताया कि स्पर्श तो धंसा है पर इसपर काम हो रहा है जल्द ही इसपर काबू कर लिया जायेगा। साथ ही काम करा रहे सहायक अभियंता रवि कुमार ने भी यह माना की स्पर्श धंसा है पर जल्द ही इसपर काबू पा लिया जायेगा। यहां पर वरीय अधिकारियों के देखरेख में काम हो रहा है। वहीं तटबंध धसने की खबर पर स्थानीय लोग भी पहुंच तटबंधो के कार्य में घोर अनियमितता की बात कहा और संवेदक और अधिकारियों की मिलीभगत से मानक के विपरीत कार्य करने का आरोप लगाया।

बगहा से अशीष की रिपोर्ट

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