सीएस के कार्यालय में शराब पीने पर तीन कर्मियों पर गिरी गाज, निलंबित करने के साथ-साथ जिले से भी बाहर हुआ तबादला

PATNA :  राजधानी पटना के सिविल सर्जन कार्यालय में बैठकर शराब पीना तीन स्वास्थ्य कर्मियों को भारी पड़ गया है। शराब पीने का वीडियो सामने आने के बाद सिविल सर्जन ने तत्काल प्रभाव से तीनों कर्मियों को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है। साथ ही इस पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी का भी गठन कर दिया है। जिन तीन स्वास्थ्य कर्मियों को निलंबित किया गया है, उनमें लिपिक प्रवीण कुमार, लिपिक जितेंद्र कुमार और चतुर्थ वर्गीय कर्मी शिव कुमार शामिल हैं। 

जानकारी के अनुसार सोमवार की देर रात पुलिस और तकनीकी टीम ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की. प्रथमदृष्टया जांच में पुलिस कर्मियों की और से बीते नौ सितंबर को छापेमारी के दौरान कुछ कर्मचारी भागते हुए नजर आ रहे हैं। इसमें प्रवीण, जितेंद्र और शिव कुमार की पहचान फुटेज के आधार पर कर ली गयी है। वहीं कुछ और कर्मचारी हैं, जो दीवार फांदकर भाग रहे हैं। इसकी जांच कमेटी को सौंप दी गयी है।

तीनों का पटना से बाहर किया तबादला

वहीं इस पूरे मामले को स्वास्थ्य विभाग ने भी गंभीरता से लिया है। स्वास्थ्य विभाग ने भी सिविल सर्जन को एक पत्र जारी किया है, जिसमें तीनों कर्मियों का पटना से तबादला करने का निर्देश दिया है. बताया जा रहा है कि तीनों कर्मचारियों की नियुक्ति पटना जिले के लिए ही की गई है। लेकिन विभाग ने सख्ती दिखाते हुए इन तीनों को दूसरे जिले में स्थानांतरण के लिए निर्देश दे दिया है।

मामले की जांच करने के लिए कमेटी का भी गठन किया गया है, जिसमें डॉ गायत्री बारी, मलेरिया विभाग के डॉ सुभाष र और टीकाकरण पदाधिकारी एसपी विनायक को शामिल हैं। कमेटी मामले की जांच करेगी इसमें और कौन-कौन शामिल जांच के बाद आगे की कार्रवाई जायेगी।

  पटना के सीएस श्रवण कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज को पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया गया है. वही, प्रथमदृष्टया जांच में तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही इसके लिए अलग से तीन सदस्यीय जांच कमेटी का भी गठन किया गया है. जांच कमेटी अगर अन्य कर्मियों के नाम देती है, तो नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी.