वैशाली में मध्य विद्यालय में छात्र की मौत से उग्र हुए ग्रामीण बेंच डेस्क को तोड़ा, शिक्षकों पर लगाया पिटाई करने का आरोप

वैशाली में मध्य विद्यालय में छात्र की मौत से उग्र हुए ग्रामीण  बेंच डेस्क को तोड़ा, शिक्षकों पर लगाया पिटाई करने का आरोप

बिदुपुर प्रखण्ड के शीतलपुर कमालपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुतुबपुर बुलनसराय के एक छात्र की क्लास रूम के बाहर बरामदे में बेहोश होकर गिर पड़ा। स्कूल के शिक्षकगण छात्र को तुरंत लेकर उसे पीएचसी भागे जहा छात्र को ड्यूटी चिकित्सक ने मृत बताया। वहीं बताया गया कि मौके पर मौजूद शिक्षक  मृत छात्र के दो तीन साथी छात्र के जरिये ई -रिक्शा से उसके शव घर भेजवाकर अस्पताल से लौट आये। घटना के पश्चात स्कूल में हड़कम्प मच गया। दूसरी तरफ स्कूल में हुई इस घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने स्कूल के गेट के साथ तमाम बेंच डेस्क को तोड़ दिया। उनका कहना था कि स्कूल में बच्चे से मारपीट की गई, जिससे उसकी मौत हुई है।

क्या है मामला--

नावानगर पंचायत ऐतवारपुर पेठिया के सामने दक्षिण गाव के राजा पटेल,पत्नी प्रियंका देवी का 10 वर्षीय पुत्र सन्नी सम्बन्धित स्कूल के वर्ग 07 B रौल 49 छात्र था। मंगलवार चौथी घण्टी के पश्चात जैसा कि स्कूल शिक्षक ने जानकारी दी वह होमवर्क की कॉपी चेक करवाने के लिये प्रधानाध्यापक के ऑफिस में जा रहा था उसे फिट आया और वह गिर पड़ा। वर्ग के उसके साथियों ने हंगामा किया तब शिक्षकगण जुटे और उसे लेकर अस्पताल गए,लेकिन उसकी मृत्यु हो गई थी।

दूसरी तरफ जैसे ही छात्र का शव उसके घर पहुचा घर मे चीत्कार मच गई जिसके पश्चात आसपास के सैंकड़ों लोग जुट गए।लोगो ने ई-रिक्शा पर लदे छात्र के शव को लेकर स्कूल पर चले आये और हाजीपुर मार्ग को स्कूल गेट के सामने जाम कर दिया। शिक्षकगण जान बचाकर स्कूल में दुबके रहे। जिसके पश्चात उग्र भीड़ स्कूल के मेन गेट को तोड़कर भीतर घुस आई और स्कूल में जबरदस्त तोड़फोड़ की।स्कूल के बेंच डेस्क,कुर्सी,फैन,बाइक को क्षति कर दिया।

परिजन का आरोप-- पिटाई से हुई मौत

मृतक छात्र के परिजन एवम उसके वर्ग साथी बता रहे थे कि छात्र के साथ मारपीट की गई जिसके कारण वह वेहोश हुआ और उसकी मौत हुई है। उनका आरोप था कि स्कूल के कई शिक्षक छात्रों के साथ बेरहमी से पेश आते है।आये दिन किसी न किसी छात्र को बुरी तरह पीटा जाता है। वहीं शिक्षक का कहना था कि बीते सप्ताह से छात्र की तबीयत खराब थी और उसे ठीक होने तक स्कूल आने से रोका गया था।मंगलवार को उसकी मौत तबीयत खराब होने के वजह से ही हुई है।

तीन घण्टे बाद हुआ आवागमन सुचारू-

उग्र भीड़ को कंट्रोल करने के लिये स्थानीय प्रशासन को जिले से अतिरिक्त बल मंगानी पड़ी। मौके पर मौजूद बीडीओ कुमार मनीष भारद्वाज,थानाध्यक्ष अरुण कुमार पुलिस अधिकारी और बल के समझाने बुझाने का कोई असर उग्र ग्रामीणों पर नही पर रहा था।मौके पर मौजूद महिलाएं को कंट्रोल करना पुलिस के लिये चुनौती साबित हो रहा था। तीन घण्टे पश्चात जब अतिरिक्त बल पुहुची और सख्ती दिखाई तब लोग हटे। जिसके पश्चात परिजन के बयान पर थाने में शिकायत दर्ज किये जाने के पश्चात शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया और आवागमन सुचारू हुआ।

REPORT - RANJAN SINGH

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