वाराणसी के होटल में तेज प्रताप के साथ क्या हुआ था, मैनेजर ने बताई पूरी कहानी, कहा - अब तक बिल का नहीं हुआ पेमेंट

VARANASI : वाराणसी के होटल में आधी रात को निकले के बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव को लेकर खूब चर्चा हुई। तमाम मीडिया संस्थानों में यह खबर सामने आई कि होटल मैनेजर ने बिना अनुमति के उनके कमरों में प्रवेश किया और सामान निकालकर रिसेप्शन पर रखवा दिया। जिसको लेकर तेज प्रताप ने स्थानीय सिगरा थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी। ऐसे में अब होटल मैनेजर की तरफ ने भी तेज प्रताप और उनके साथ मौजूद लोगों पर बड़ा आरोप लगाया है।

वीआईपी होने के कारण दी बुकिंग

होटल अर्काडिया के जनरल मैनेजर संदीप पालित का कहना है कि तेज प्रताप 6 अप्रैल की रात एक बजकर 23 मिनट पर होटल में आए। पहले से उनकी बुकिंग नहीं थी। अचानक आने और VIP होने की वजह से रूम देना पड़ा। इस दौरान कहा था कि सिर्फ 6 अप्रैल को ही रूम खाली है क्योंकि 7 और 8 अप्रैल की पहले से बुकिंग है। 

इसके बाद 7 अप्रैल को तेज प्रताप मंदिर चले गए। यहां होटल में उनका इंतजार होता रहा। फिर तेज प्रताप के लोगों की ओर से रिक्वेस्ट करने पर पहले से बुक किए गए दूसरे लोगों से एक कमरा मिला. इस दौरान तेज प्रताप की ओर से लोगों ने वादा किया कि दूसरा रूम खाली हो जाएगा. 7 अप्रैल की दोपहर डेढ़ बजे से उनके संपर्क में रहने पर भी दूसरा रूम खाली नहीं हुआ. तभी जिन लोगों ने रूम बुक किया था वो 8 बजे आ गए

प्रोटोकॉल का किया गया पालन

फिर साढ़े 11 बजे तक रूम न खाली होने पर रूम नंबर 205 में ठहरे लोगों से उनकी बात कराई गई। इस पर तेज प्रताप के लोगों ने रूम खाली करते हुए वीडियो रिकार्डिंग भी की और दोनों तरफ से सहमति के साथ प्रोटोकॉल फॉलो किया गया। इसके बाद रात में मंत्री तेज प्रताप आए और भड़क गए कि उनका रूम खोला गया, जबकि ऐसी बात नहीं थी। 

कई बार आईडी मांगने पर भी बहाना बनाया गया

न तो उनका कोई आदमी आया सामने और न ही रूम की चाबी मिली। इतना ही नहीं पेमेंट भी नहीं किया। तेज प्रताप यादव की ओर से कोई आईडी भी नहीं दी गई थी कई बार आईडी मांगने पर भी बहाना बनाया गया था। सिर्फ रूम नंबर- 205 में ठहरे तेज प्रताप के लोगों से उनके रूम बुक करने वाले लोगों की बात कराकर सहमति के साथ रूम खाली कराया गया।