8 करोड़ की ठगी और सीने में गोली! पूर्व IPS ने किया सुसाइड का प्रयास, DGP को लिखी 12 पन्नों की चिट्ठी
एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहाँ पूर्व आईजी अमर सिंह चहल ने खुदकुशी की कोशिश की है। पूर्व आईजी ने खुद को मारी गोली,नाजुक हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी और रिटायर्ड आईजी अमर सिंह चहल ने सोमवार (22 दिसंबर) को अपने आवास पर रिवॉल्वर से खुद को छाती में गोली मार ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम उनके घर पहुँची और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है और डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिससे इस आत्मघाती कदम के पीछे की वजहों का खुलासा हुआ है।
8 करोड़ की ऑनलाइन ठगी बनी वजह
घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट और पंजाब के डीजीपी गौरव यादव को लिखी 12 पेज की 'लास्ट अपील' में वित्तीय धोखाधड़ी का दर्द सामने आया है। बताया जा रहा है कि पूर्व आईजी ऑनलाइन ठगों के जाल में फंस गए थे, जिन्होंने उनके साथ करीब 8 करोड़ रुपये की बड़ी ठगी की थी। इसी भारी वित्तीय नुकसान के कारण वे गहरे मानसिक तनाव में थे। पुलिस ने बताया कि उनके दोस्तों ने इस अनहोनी की आशंका जताई थी, जिसके बाद अधिकारी उनके घर पहुँचे थे, लेकिन तब तक वे खुद को गोली मार चुके थे।
विवादित पुलिस फायरिंग मामले में थे आरोपी
अमर सिंह चहल का नाम 2015 के चर्चित फरीदकोट गोलीकांड से भी जुड़ा रहा है। वे गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सिख श्रद्धालुओं पर हुई पुलिस फायरिंग (कोटकपूरा और बहबल कलां) के मामले में आरोपियों में से एक थे। एडीजीपी एल.के. यादव के नेतृत्व वाली एसआईटी (SIT) ने फरवरी 2023 में उनके और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की थी, जिसके बाद से वे कानूनी और सामाजिक दबाव का सामना कर रहे थे।
पुलिस जांच और एफआईआर की प्रक्रिया
पटियाला एसपी (डिटेक्टिव) पलविंदर सिंह चीमा और एसएसपी वरुण शर्मा ने बताया कि पुलिस ने मौके से बरामद सुसाइड नोट के आधार पर एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस इस बात की विस्तृत जांच कर रही है कि वे कौन से ठग थे जिन्होंने इतने बड़े स्तर पर धोखाधड़ी की। पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट में लिखे तथ्यों और वित्तीय लेनदेन की कड़ियों को जोड़कर आरोपियों की पहचान की जाएगी। फिलहाल पुलिस और प्रशासन की प्राथमिकता पूर्व अधिकारी की जान बचाना है।