अब तेज रफ्तार के साथ भरेगी बीसीसीआई की तिजोरी, टायर बनानेवाली यह कंपनी बनी टीम इंडिया की नई स्पांसर
Mumbai - भारतीय क्रिकेट, जिसे भारत में एक धर्म की तरह पूजा जाता है, हमेशा से कॉर्पोरेट जगत के लिए एक आकर्षक मंच रहा है। अब इस गौरवशाली परंपरा में एक नया अध्याय जुड़ गया है। देश की प्रमुख टायर निर्माता कंपनी, अपोलो टायर्स (Apollo Tyres), ने टीम इंडिया के आधिकारिक स्पांसर के रूप में अपनी साझेदारी की घोषणा की है।
यह समझौता न केवल भारतीय क्रिकेट के वित्तीय परिदृश्य को मजबूत करेगा, बल्कि अपोलो टायर्स के ब्रांड को भी वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दिलाएगा। यह साझेदारी खेल और उद्योग के बीच एक शक्तिशाली तालमेल का प्रतीक है, जो दोनों क्षेत्रों के लिए अपार संभावनाएं खोलती है।
साझेदारी का विवरण और उद्देश्य यह बहु-वर्षीय अनुबंध भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और अपोलो टायर्स के बीच हुआ है, जिसके तहत कंपनी पुरुष, महिला और अंडर-19 टीमों सहित सभी राष्ट्रीय टीमों के लिए आधिकारिक स्पांसर होगी।
इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य अपोलो टायर्स को भारतीय क्रिकेट के व्यापक प्रशंसक आधार तक पहुंचाना है, जो कि देश के हर कोने में फैला हुआ है। कंपनी इस अवसर का उपयोग अपने उत्पादों और नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए करेगी, जबकि बीसीसीआई को यह समझौता टीम के बुनियादी ढांचे और खिलाड़ी कल्याण कार्यक्रमों को बेहतर बनाने में मदद करेगा। इस साझेदारी से दोनों पक्षों को रणनीतिक लाभ मिलने की उम्मीद है।
प्रति मैच 4.5 करोड़ का भुगतान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपोलो टायर्स का बीसीसीआई के साथ साल 2027 तक का करार हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है किइस नए डील के तहत अपोलो टायर्स बीसीसीआई को प्रति मैच 4.5 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा, जो ड्रीम11 के पहले के चार करोड़ रुपये प्रति मैच से अधिक है।
इन कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी
रिपोर्ट में बताया गया है कि अपोलो टायर्स के अलावा कैनवा और जेके टायर बोली लगाने वाली दो अन्य कंपनियां रहीं। इसके अलावा, बिड़ला ऑप्टस पेंट्स निवेश करने के लिए उत्सुक तो दिख रही थी, लेकिन बोली प्रक्रिया में भाग नहीं लेना चाहती थी।
बीसीसीआई ने मंगाए थे आवेदन
दो सितंबर को बीसीसीआई ने भारतीय टीम के मुख्य प्रायोजक अधिकारों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे और बोली प्रक्रिया मंगलवार को हुई। बीसीसीआई ने नियम बताते हुए कहा था कि गेमिंग, सट्टेबाजी, क्रिप्टो और तंबाकू ब्रांडों को बोली प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी। ऐसे में आने वाले समय में अब भारतीय जर्सी पर अपोलो टायर्स लिखा हुआ दिखेगा।
अपोलो टायर्स को मिल सकती है पहचान
आने वाले समय में भारत के व्यस्त अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर को देखते हुए इस साझेदारी से अपोलो टायर्स को वैश्विक स्तर पर बड़ी पहचान मिलेगी। यह करार हाल के वर्षों में भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े और सबसे फायदेमंद स्पॉन्सरशिप कॉन्ट्रैक्ट्स में से एक माना जा रहा है।