IND VS PAK: भारतीय टीम पर लगेगा जुर्माना ! पाकिस्तान को करारी शिकस्त देने के बाद इंडियन खिलाड़ियों ने नहीं मिलाया हाथ, जानिए क्या है नियम

IND VS PAK: भारतीय टीम ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। जिसके बाद पाकिस्तानी खिलाड़ी पिच पर इंतजार करते रहे लेकिन कोई भारतीय खिलाड़ी उनसे हाथ मिलाने नहीं गया। इसके लेकर पाकिस्तान ने कड़ा विरोध जताया है...

Indian team will be fined- फोटो : social media

IND VS PAK: भारत-पाकिस्तान के बीच हुए महामुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। पाकिस्तान को 7 विकेट से धूल चटाते हुए भारत ने टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने सुपर-4 का टिकट लगभग पक्का कर लिया है। बीते दिन पूरे मैच में भारतीय टीम का दबदबा रहा और पाकिस्तान हर क्षेत्र में संघर्ष करती दिखी। हालांकि, इस जीत से ज्यादा चर्चा “नो हैंडशेक” विवाद को लेकर हो रही है।

टॉस से लेकर मैच खत्म होने तक हाथ नहीं मिलाए

टॉस के समय भारतीय उपकप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी खिलाड़ी सलमान अली आगा से हाथ नहीं मिलाया। मैच खत्म होने के बाद भी भारतीय बल्लेबाज और खिलाड़ी मैदान छोड़कर सीधे बाहर निकल गए। पाकिस्तानी खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ मैदान पर हाथ मिलाने के इंतजार में खड़े रह गए, लेकिन कोई भारतीय खिलाड़ी या स्टाफ सदस्य वापस नहीं लौटा।

टीम इंडिया का सामूहिक फैसला

सूर्यकुमार यादव ने पुष्टि की कि पाकिस्तान टीम से हाथ नहीं मिलाने का निर्णय सिर्फ उनका व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरे भारतीय दल और बीसीसीआई की सहमति से लिया गया था। यहां तक कि टॉस के बाद स्कोर शीट भी नहीं बदली गई, जो टीम के एक सदस्य का फैसला था।

पाकिस्तान ने जताया विरोध

पाकिस्तान टीम के कोच माइक हेसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, "हमारी टीम हाथ मिलाने का इंतजार कर रही थी, लेकिन भारतीय खिलाड़ी आए ही नहीं। इसी कारण सलमान अली आगा प्रेजेंटेशन से भी बाहर रहे।" बाद में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट के सामने औपचारिक विरोध दर्ज करवाया।

क्या है नियम?

ICC या ACC के नियमों में हाथ मिलाना अनिवार्य नहीं है। यह महज स्पोर्ट्समैनशिप यानी खेल भावना का हिस्सा है। किसी भी टीम या खिलाड़ी पर जुर्माना तभी लगाया जा सकता है जब वह बदतमीजी करे या अपशब्द कहे। “जानबूझकर हाथ न मिलाना” नियम तोड़ना नहीं है, लेकिन इसे खेल भावना के खिलाफ जरूर माना जा सकता है।

सूर्यकुमार यादव का बयान

मैच के बाद सूर्यकुमार यादव ने कहा कि कुछ बातें खेल भावना से भी ऊपर होती हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह जीत भारत के सशस्त्र बलों और पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को समर्पित है।