11 नवंबर 2024 का पंचांग: आज का दिन और शुभ मुहूर्त, जानें हर जरूरी बात

11 नवंबर 2024 आज का पंचांग जानें दिन भर का शुभ मुर्हुत के लिए सही समय। क्या करें और न करें।

11 नवंबर 2024 का पंचांग: आज का दिन और शुभ मुहूर्त, जानें हर जरूरी बात
जानें आज 11 नवंबर का पंचांग- फोटो : freepik

11 November 2024 Panchang (11 नवंबर 2024 आज का पंचांग): कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन सूर्योदय का समय सुबह 06:39 तक रहेगा। आज के दिन सुबह 09:41 तक शतभिषा नक्षत्र रहने वाला है। उसके बाद पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र रहने वाला है। आज के दिन 11:53 am से 12:26 pm तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। इस मुहूर्त में पूजा करना शुभ होगा। अब जानिए आज का पूरा पंचांग।


माह: कार्तिक (शुक्ल पक्ष)

तिथि: दशमी तिथि (06:45 pm तक), इसके बाद एकादशी

दिवस: सोमवार

पर्व: दशमी


सूर्योदय और सूर्यास्त

सूर्योदय: 06:39 am

सूर्यास्त: 05:30 pm

नक्षत्र

शतभिषा नक्षत्र: 09:41 am तक

पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र: इसके बाद

चंद्रमा और सूर्य की स्थिति

चंद्र राशि: कुम्भ (स्वामी-शनि)

सूर्य राशि: तुला (स्वामी-शुक्र)

करण और योग

करण: तैतिल

योग: व्याघात

आज के शुभ मुहूर्त

अभिजीत मुहूर्त: 11:53 am से 12:26 pm

विजय मुहूर्त: 02:24 pm से 03:24 pm

गोधूलि मुहूर्त: 06:23 pm से 07:21 pm

ब्रह्म मुहूर्त: 04:09 am से 05:07 am

अमृत काल: 06:06 am से 07:41 am

निशीथ काल: रात 11:43 pm से 12:22 am

संध्या पूजन

समय: 06:22 pm से 07:07 pm

दिशा शूल

पूर्व दिशा: इस दिशा में यात्रा करने से बचें। यदि यात्रा आवश्यक है, तो एक दिन पहले प्रस्थान कर लेना शुभ माना जाता है।

अशुभ मुहूर्त

राहुकाल: सुबह 07:30 am से 09:00 am तक

आज के दिन क्या करें

भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा: सोमवार होने के कारण भगवान शिव की उपासना करें और माता पार्वती का पूजन करें।

दशमी तिथि पर शक्ति उपासना: आज का दिन शक्ति उपासना के लिए बहुत पावन है। दुर्गा माता की पूजा करें।

शिवपुराण का पाठ: धन, धान्य, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए शिवपुराण का पाठ करें।

चांदी का चंद्रमा और सप्त अन्न का दान: चांदी का चंद्रमा दान करना और सप्त अन्न का दान शुभ माना जाता है।

सोमवार व्रत: शिव उपासना और सोमवार व्रत करने से जन्म-जन्मांतर के पाप दूर होते हैं और स्वास्थ्य लाभ मिलता है।

दुर्गासप्तशती का पाठ: माता दुर्गा के 32 नामों का जप करें, पाप नष्ट होते हैं।

मंदिर जाएं: माता भगवती के मंदिर जाएं और उनकी परिक्रमा करें।

क्या न करें

माता के आदेश या नियमों का नजरअंदाज न करें।

शुद्ध और सात्विक भोजन का सेवन करें।

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