UP NEWS: परिवहन विभाग की बड़ी कार्यवाई ई-बस में किराया लेकर टिकट न देने वाले 31 परिचालक निलंबित

कानपुर: कानपुर शहर में ई-बसों के परिचालकों द्वारा यात्रियों से किराया तो लेने के बावजूद टिकट न देने की घटनाओं के मद्देनजर ढाई महीने बाद 31 और संविदा परिचालकों को निलंबित कर दिया गया है। मुख्य संचालन अधिकारी ने इन परिचालकों के निलंबन के पत्र जारी किए, जिससे अब तक कुल 71 परिचालकों की सेवा समाप्त की जा चुकी है। इस फैसले के बाद परिचालकों में रोष व्याप्त है।
परिचालकों की कमी से बसों का संचालन प्रभावित
शनिवार को संजीव नगर ई-बस डिपो से 92 में से केवल 55 बसें ही रूट पर निकल पाईं, क्योंकि परिचालकों की संख्या कम हो गई थी। यदि यही स्थिति बनी रही, तो सोमवार से ई-बसों का संचालन ठप हो सकता है। ई-बसों का संचालन कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (केसीटीएसएल) के अंतर्गत होता है, और इसका डिपो रामादेवी से संजीव नगर तक स्थित है।
सीसीटीवी फुटेज से खुलासा
मुख्य संचालन अधिकारी रजनीश राजपूत ने संजीव नगर और नगर निगम के ऑनलाइन निगरानी केंद्रों में 15 नवंबर 2024 से अब तक के ई-बसों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इस जांच में यह सामने आया कि कई परिचालक यात्रियों से किराया तो ले रहे थे, लेकिन टिकट नहीं दे रहे थे। इससे पहले भी 27 दिसंबर 2024 को 40 परिचालकों को इसी आरोप में निलंबित किया गया था, और 13 मार्च 2025 को 31 अन्य परिचालकों का निलंबन किया गया।
कंपनी के लिए बढ़ी चुनौतियां
परिचालकों के निलंबन से ई-बसों का संचालन प्रभावित हो रहा है, और कंपनी को इसकी वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य संचालन अधिकारी रजनीश राजपूत से इस प्रकरण पर कई बार संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
पहले भी हो चुका है विरोध
27 दिसंबर 2024 को 40 परिचालकों पर आरोप लगा था कि वे यात्रियों से किराया लेकर टिकट नहीं दे रहे थे। इसके बाद उन्हें सेवामुक्त कर दिया गया था, और नाराज परिचालकों ने बसों का संचालन ठप कर दिया था। इस पर एडीएम सिटी, केसीटीएसएल के प्रबंध निदेशक सहित अन्य अधिकारियों ने सात दिनों के भीतर जांच पूरी करने का आश्वासन दिया था और एक कमेटी बनाई थी। हालांकि, ढाई महीने बीत जाने के बावजूद जांच अब तक पूरी नहीं हो सकी है। इस कारण से 40 परिचालक आज भी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
ई-बसों के संचालन में आने वाली ये समस्याएं न केवल यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बन रही हैं, बल्कि परिचालकों के निलंबन के बाद सेवा में भी गंभीर बाधाएं आ रही हैं। अब देखना होगा कि केसीटीएसएल और प्रशासन इस मुद्दे को कब तक सुलझाते हैं और ई-बसों का संचालन सामान्य होता है।